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4 Mar 2024 · 1 min read

वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया

वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया

ज़हर को अमृत सा पीना सीखा दिया।

परवाह नहीं रही,अब लोग क्या कहते हैं

बेपरवाह होकर रहने का मौका दिखा दिया।

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