Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Apr 2023 · 1 min read

वक्त कब लगता है

वक्त लगता है कब बेवफा होने को।
देर लगती नही अब दूसरा होने को।

हमसफर झट से बदल जाते है अब
रूकता नही कोई भी फना होने को।

झट से भूल जाते है नगमे वफा के
चलते है फिर नई सी सदा होने को।

जिन बहारो पे नाज करते है हम
छोड़ जाती है वही खिजां होने को।

कुछ देर और साथ दे जा ऐ हमसफर
वक्त कम ही लगता है जुदा होने को।

Surinder kaur

1 Like · 262 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
मंदिरों की पवित्रता
मंदिरों की पवित्रता
पूर्वार्थ
*परिवर्तन में छिपा हुआ है, सुख के रहस्य का शुभ झरना (राधेश्य
*परिवर्तन में छिपा हुआ है, सुख के रहस्य का शुभ झरना (राधेश्य
Ravi Prakash
शिक्षा
शिक्षा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
ज़रूरी ना समझा
ज़रूरी ना समझा
Madhuyanka Raj
हवा तो थी इधर नहीं आई,
हवा तो थी इधर नहीं आई,
Manoj Mahato
अपनी भूल स्वीकार करें वो
अपनी भूल स्वीकार करें वो
gurudeenverma198
*जमीं भी झूमने लगीं है*
*जमीं भी झूमने लगीं है*
Krishna Manshi
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
Anil Mishra Prahari
#गणपति_बप्पा_मोरया
#गणपति_बप्पा_मोरया
*प्रणय प्रभात*
जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक।
जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक।
सत्य कुमार प्रेमी
बहुजनों के हित का प्रतिपक्ष रचता सवर्ण सौंदर्यशास्त्र :
बहुजनों के हित का प्रतिपक्ष रचता सवर्ण सौंदर्यशास्त्र :
Dr MusafiR BaithA
लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है ,( करवा चौथ विशेष )
लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है ,( करवा चौथ विशेष )
ओनिका सेतिया 'अनु '
....ऐ जिंदगी तुझे .....
....ऐ जिंदगी तुझे .....
Naushaba Suriya
मुर्दे भी मोहित हुए
मुर्दे भी मोहित हुए
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
शिव आराध्य राम
शिव आराध्य राम
Pratibha Pandey
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
Rejaul Karim
कुदरत
कुदरत
Neeraj Agarwal
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
Rj Anand Prajapati
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मुझे अब भी घर लौटने की चाहत नहीं है साकी,
मुझे अब भी घर लौटने की चाहत नहीं है साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"सियासत"
Dr. Kishan tandon kranti
काबिल बने जो गाँव में
काबिल बने जो गाँव में
VINOD CHAUHAN
जन्मदिन की हार्दिक बधाई (अर्जुन सिंह)
जन्मदिन की हार्दिक बधाई (अर्जुन सिंह)
Harminder Kaur
*पेड़*
*पेड़*
Dushyant Kumar
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
Dr. Upasana Pandey
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
नेताम आर सी
** मन मिलन **
** मन मिलन **
surenderpal vaidya
खत्म हुआ है दिन का  फेरा
खत्म हुआ है दिन का फेरा
Dr Archana Gupta
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
Loading...