Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2016 · 1 min read

लौटा लायेंगी तुम्हे

समझा देंगे यादों को न रुलायेंगी तुम्हे
करना न गिला फिर न बुलायेंगी तुम्हे
****************************
मेरा तुम्हारा अब ख़ुदा निगेहबाँ हमदम
देखना इक रोज यही लौटा लायेंगी तुम्हे
****************************
कपिल कुमार
01/09/2016

Language: Hindi
534 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

वक्त का ही जग में दौर है ।
वक्त का ही जग में दौर है ।
Rj Anand Prajapati
समय
समय
Arun Prasad
पता नहीं किसने
पता नहीं किसने
Anil Mishra Prahari
एक पेड़ का दर्द
एक पेड़ का दर्द
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"बाणसुर की नगरी"
Dr. Kishan tandon kranti
शिक्षक
शिक्षक
Nitesh Shah
*समस्या एक जीवन में, नई हर रोज आती है (हिंदी गजल)*
*समस्या एक जीवन में, नई हर रोज आती है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कन्यादान
कन्यादान
Shekhar Deshmukh
पुराना कुछ भूलने के लिए,
पुराना कुछ भूलने के लिए,
पूर्वार्थ
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मंजिल
मंजिल
Swami Ganganiya
चल पड़ी है नफ़रत की बयार देखो
चल पड़ी है नफ़रत की बयार देखो
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
घर को छोड़कर जब परिंदे उड़ जाते हैं,
घर को छोड़कर जब परिंदे उड़ जाते हैं,
शेखर सिंह
अनुभव
अनुभव
Sanjay ' शून्य'
उत्तर बिहार अर्थात मिथिला राज्य।
उत्तर बिहार अर्थात मिथिला राज्य।
Acharya Rama Nand Mandal
आदिवासी कभी छल नहीं करते
आदिवासी कभी छल नहीं करते
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
कुछ पल जिंदगी के उनसे भी जुड़े है।
कुछ पल जिंदगी के उनसे भी जुड़े है।
Taj Mohammad
जीवन मंत्र वृक्षों के तंत्र होते हैं
जीवन मंत्र वृक्षों के तंत्र होते हैं
Neeraj Agarwal
जब तुम हो
जब तुम हो
Rambali Mishra
सितामढी़
सितामढी़
श्रीहर्ष आचार्य
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
Chaahat
दिसम्बर की ठंड़
दिसम्बर की ठंड़
Girija Arora
3327.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3327.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
अब ना देखो फिर से मिलके
अब ना देखो फिर से मिलके
Karishma Chaurasia
প্রশ্ন
প্রশ্ন
Arghyadeep Chakraborty
Pardushan
Pardushan
ASHISH KUMAR SINGH
■ बस, एक ही अनुरोध...
■ बस, एक ही अनुरोध...
*प्रणय*
चाहे हमें तुम कुछ भी समझो
चाहे हमें तुम कुछ भी समझो
gurudeenverma198
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
Indu Singh
मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता
मेरे साथ किया गया दुर्व्यवहार अच्छा नहीं होता
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...