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15 Apr 2020 · 1 min read

लौटना

ढलते सूरज के पीछे पीछे
उन्ही पगडंडियों पर वापस लौटती
किरणें
छोड़कर चली जाती है रात को
अकेला

कभी कभी किसी का न होना रिक्तता का नहीं
बल्कि
किसी के आगमन का भाव प्रदर्शित करता है

किरणों का लौटना
शायद
जुगनुओं के अस्तित्व के लिए आवश्यक है

ऋषि कौशिक

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 1 Comment · 170 Views
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