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17 Feb 2024 · 1 min read

लो फिर नया साल आ गया…

लो फिर नया साल आ गया
जुबां पर फिर वही सवाल आ गया।

क्या कुछ अच्छा होगा अब के बरस
या करने फिर ये बवाल आ गया।

मची हुई है धूम हर तरफ नए साल की,
कोई नया धमाल आ गया।

सजी हुई है गलियां, नुक्कड़ सभी
लेकर कोई नई मिसाल आ गया।

हर चेहरे पर खुशियां है, नूर है,
हर तरफ रंग ए जमाल आ गया।

Language: Hindi
147 Views

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