*लोन सब बट्टे खाते (कुंडलिया)*

लोन सब बट्टे खाते (कुंडलिया)
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मोटे लोगों ने किया, बैंकों को बस फोन
एक रुपै की चीज है, सौ रपए का लोन
सौ रुपए का लोन, लोन सब बट्टे खाते
इसका बढ़ता बोझ,आमजन सिर्फ उठाते
कहते रवि कविराय, देश के नेता खोटे
मिलीभगत से लोग, रोज मोटे पर मोटे
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लोन = कर्ज, उधार
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451