Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

लॉकडाउन के बाद नया जीवन

इतिहास की ये त्रासदी,
मानव कैसे भूल गया है?
कोरोना के दिनों में सब,
घर से निकलना भूल गया।

लॉकडाउन में मानव ने
ये भी तो सीखा होगा..
बंद पिंजरे में लगता है कैसे?
इंसान भी अब समझा होगा!
हर वो पंछी जो है कैद,
सांस कैसे लेता होगा ?

पंख होते हुए भी
उड़ नहीं सकते थे,
ये दुःख कैसे सहता होगा !
बंद कमरे में जकड़ा इंसान,
कीमत खुद की समझा होगा !

पैसा ही नहीं होता सब कुछ,
रिश्तों की अहमियत
जान गया होगा!
तरसते है,
अपने लोग अपने लिए,

घर रह कर उसने
पहचान लिया होगा !

स्कूल,कालेज,कोंचिंग,
सिनेमा हाल,बाजार बंद थे।
नानी,मौसी के यहाँ जाना था,
लेकिन हम सब नजरबंद थे।

हमारे कदमों में अब
जान आ रही है,
नन्हे – नन्हें पँखो में
उड़ान आ रही है।

ईश्वर ने हमें पुनः उपहार दिया,
इस महामारी से बाहर निकाला।
चलों हम सब कुछ करके दिखाए,
इस नव जीवन को सार्थक बनाए।

Language: Hindi
1 Like · 83 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Akib Javed
View all
You may also like:
स्वीटी: माय स्वीट हार्ट
स्वीटी: माय स्वीट हार्ट
Shekhar Chandra Mitra
जनरल विपिन रावत
जनरल विपिन रावत
Surya Barman
गुरु नानक का जन्मदिन
गुरु नानक का जन्मदिन
सत्य भूषण शर्मा
कैसे मिले सम्मान / नरेन्द्र वाल्मीकि
कैसे मिले सम्मान / नरेन्द्र वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
बुंदेली हाइकु- (राजीव नामदेव राना लिधौरी)
बुंदेली हाइकु- (राजीव नामदेव राना लिधौरी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हां मैं पागल हूं दोस्तों
हां मैं पागल हूं दोस्तों
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"अबकी जाड़ा कबले जाई "
Rajkumar Bhatt
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
Dushyant Kumar
वीर सुरेन्द्र साय
वीर सुरेन्द्र साय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चिराग़ ए अलादीन
चिराग़ ए अलादीन
Sandeep Pande
✍️हिसाब ✍️
✍️हिसाब ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
धैर्य के साथ अगर मन में संतोष का भाव हो तो भीड़ में भी आपके
Paras Nath Jha
*पुराने जमाने में  सर्राफे  की दुकान पर
*पुराने जमाने में सर्राफे की दुकान पर "परिवर्तन तालिका" नामक छोटी सी किताब
Ravi Prakash
हमको मालूम है
हमको मालूम है
Dr fauzia Naseem shad
"सूदखोरी"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐसे कैसे छोड़ कर जा सकता है,
ऐसे कैसे छोड़ कर जा सकता है,
Buddha Prakash
✍️आसमाँ पे नाम✍️
✍️आसमाँ पे नाम✍️
'अशांत' शेखर
2232.
2232.
Dr.Khedu Bharti
प्रीति के दोहे, भाग-2
प्रीति के दोहे, भाग-2
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मन तो बावरा है
मन तो बावरा है
हिमांशु Kulshrestha
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
प्रेमदास वसु सुरेखा
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
Shakil Alam
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
होली
होली
लक्ष्मी सिंह
चिड़िया चली गगन आंकने
चिड़िया चली गगन आंकने
AMRESH KUMAR VERMA
कभी कभी।
कभी कभी।
Taj Mohammad
आस्तीक भाग -तीन
आस्तीक भाग -तीन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भगवान सा इंसान को दिल में सजा के देख।
भगवान सा इंसान को दिल में सजा के देख।
सत्य कुमार प्रेमी
#सामयिक_सलाह
#सामयिक_सलाह
*Author प्रणय प्रभात*
मैथिली के प्रथम मुस्लिम कवि फजलुर रहमान हाशमी (शख्सियत) - डॉ. जियाउर रहमान जाफरी
मैथिली के प्रथम मुस्लिम कवि फजलुर रहमान हाशमी (शख्सियत) - डॉ. जियाउर रहमान जाफरी
श्रीहर्ष आचार्य
Loading...