Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2023 · 1 min read

लावणी छंद

छंद शास्त्र मे यद्यपि लावणी के चरणांत को गुरु वर्ण संख्या से मुक्त रखा गया है। चरणांत मे एक या अधिक गुरु हो सकते है।
लेकिन साथ ही चरणांत दो गुरु होने पर कुकुभ और तीन गुरु होने पर ताटंक भी कहा गया।
इसका मतलब यह हुआ कि लावणी एक ऐसा छंद है जिसके ताटंक और कुकुभ दो अलग रूप भी है। अब केवल चरणान्त एक गुरु या तीन से ज्यादा गुरु बचते है जिनको ताटंक या कुकुभ नहीं कहा जा सकता ।
अतः एक गुरु चरणांत होने पर शुद्ध लावणी का रूप बचता है।
बीच मे किसी चरण मे एक से अधिक गुरु आना स्वीकार हो सकता है।
अतः चरणात एक गुरु को ही लावणी माना जा सकता है।

लावणी छंद
नभ से नव -पल्लव पर गिर कर
सजें खजल मुतियन-लड़ियाँ।
महक रहा मन, चंदन -वन सा,
अधर कुमुदिनी पंखुड़ियाँ।।

रूप -सलौना देख रूपसी,
चंद्र लजाये छिप घन में!।
दिव्य -रूप वृषभानु दुलारी!
वृन्दावन के निधिवन में।।

मन, मनमोहन, मोहे सबका,
श्यामल सूरत प्रेम- भरी।
आज हुआ सखि!,उर आनंदित
देखूँअपलक, सुध- बिसरी!।।

कलरव सी ध्वनि गूँज रही है,
सरयू पर बाजी मुरली।
अति सुंदर नटवर नागरिया, ‘नीलम’ छवि अँखियन भर ली।।
नीलम शर्मा ✍️

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 183 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Neelam Sharma

You may also like:
उम्मीदों का उगता सूरज बादलों में मौन खड़ा है |
उम्मीदों का उगता सूरज बादलों में मौन खड़ा है |
कवि दीपक बवेजा
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
महताब जमीं पर
महताब जमीं पर
Satish Srijan
पत्थर जैसा दिल बना हो जिसका
पत्थर जैसा दिल बना हो जिसका
Ram Krishan Rastogi
💐प्रेम कौतुक-444💐
💐प्रेम कौतुक-444💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हर फूल गुलाब नहीं हो सकता,
हर फूल गुलाब नहीं हो सकता,
Anil Mishra Prahari
"कुछ अनकही"
Ekta chitrangini
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
ख़ामोशी से बातें करते है ।
ख़ामोशी से बातें करते है ।
Buddha Prakash
कितनी सलाखें,
कितनी सलाखें,
Surinder blackpen
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
Anis Shah
दिल का खेल
दिल का खेल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Tumko pane ki hasrat hi to thi ,
Tumko pane ki hasrat hi to thi ,
Sakshi Tripathi
ना नींद है,ना चैन है,
ना नींद है,ना चैन है,
लक्ष्मी सिंह
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kavi praveen charan
इंसान की सूरत में
इंसान की सूरत में
Dr fauzia Naseem shad
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
Gouri tiwari
" मंजिल का पता ना दो "
Aarti sirsat
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
Shakil Alam
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
Ms.Ankit Halke jha
जय श्री कृष्ण
जय श्री कृष्ण
Bodhisatva kastooriya
"उतना ही दिख"
Dr. Kishan tandon kranti
*जन्मजात कवि थे श्री बृजभूषण सिंह गौतम अनुराग*
*जन्मजात कवि थे श्री बृजभूषण सिंह गौतम अनुराग*
Ravi Prakash
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
दिल ये तो जानता हैं गुनाहगार कौन हैं,
दिल ये तो जानता हैं गुनाहगार कौन हैं,
Vishal babu (vishu)
विध्न विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विध्न विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
देश भक्ति
देश भक्ति
Sidhartha Mishra
हौसले हो अगर बुलंद तो मुट्ठि में हर मुकाम हैं,
हौसले हो अगर बुलंद तो मुट्ठि में हर मुकाम हैं,
Jay Dewangan
शहीद की मां
शहीद की मां
Shekhar Chandra Mitra
Loading...