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23 Dec 2022 · 1 min read

लफ्ज

वो कांटों से ज्यादा
चुभते है
वो काँच से ज्यादा
नुकीले है
जो
ज़हर में डूबे हुए होते है
इंसान को
जीते जी
मार ही देते है
है
वो होते है
मुँह से निकले हुए खराब
लफ़्ज़

Language: Hindi
135 Views
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