Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

*लक्ष्मण (कुंडलिया)*

लक्ष्मण (कुंडलिया)

भाई लक्ष्मण-से कहॉं, मिलते जग में आम
होठों पर जिनके सदा, रहा राम का नाम
रहा राम का नाम, कष्ट में साथ निभाते
महलों के सुख छोड़, संग प्रभु के वन जाते
कहते रवि कविराय, चले पीछे रघुराई
धन्य लखन तुम बंधु, जिन्हें सेवा बस भाई

रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

57 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
अपने लक्ष्य की ओर उठाया हर कदम,
अपने लक्ष्य की ओर उठाया हर कदम,
Dhriti Mishra
आम आदमी बोला
आम आदमी बोला "वी वांट जस्टिस"( हास्य-व्यंग्य )
Ravi Prakash
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
आर.एस. 'प्रीतम'
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
■ आलेख / सामयिक चिंतन
■ आलेख / सामयिक चिंतन
*Author प्रणय प्रभात*
दिल से जियो।
दिल से जियो।
Taj Mohammad
सरकार~
सरकार~
दिनेश एल० "जैहिंद"
नींद की कुंजी / MUSAFIR BAITHA
नींद की कुंजी / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तुझे स्पर्श न कर पाई
तुझे स्पर्श न कर पाई
Dr fauzia Naseem shad
आखिरी कोशिश
आखिरी कोशिश
AMRESH KUMAR VERMA
मानव तन
मानव तन
Rakesh Pathak Kathara
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
Phool gufran
निकल गया सो निकल गया
निकल गया सो निकल गया
TARAN SINGH VERMA
अक्सर आकर दस्तक देती
अक्सर आकर दस्तक देती
Satish Srijan
बख्स मुझको रहमत वो अंदाज़ मिल जाए
बख्स मुझको रहमत वो अंदाज़ मिल जाए
VINOD KUMAR CHAUHAN
नादानियाँ
नादानियाँ
Anamika Singh
वक्त
वक्त
लक्ष्मी सिंह
राजू श्रीवास्तव - एक श्रृद्धांजली
राजू श्रीवास्तव - एक श्रृद्धांजली
Shyam Sundar Subramanian
उलझनें_जिन्दगी की
उलझनें_जिन्दगी की
मनोज कर्ण
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
Dr.Priya Soni Khare
"पधारो, घर-घर आज कन्हाई.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मतलबी किरदार
मतलबी किरदार
Aman Kumar Holy
💐प्रेम कौतुक-226💐
💐प्रेम कौतुक-226💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जहाँ करुणा दया प्रेम
जहाँ करुणा दया प्रेम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दोस्ती
दोस्ती
Surya Barman
सुकरात के मुरीद
सुकरात के मुरीद
Shekhar Chandra Mitra
दायरों में बँधा जीवन शायद खुल कर साँस भी नहीं ले पाता
दायरों में बँधा जीवन शायद खुल कर साँस भी नहीं ले पाता
Seema Verma
इंतजार से बेहतर है कोशिश करना
इंतजार से बेहतर है कोशिश करना
कवि दीपक बवेजा
2392.पूर्णिका
2392.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सखी री आया फागुन मास
सखी री आया फागुन मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...