Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2023 · 2 min read

रोटी रूदन

जो उगाते वे रह जाते भूखे
फांके से भूखे- प्यासे सूखे
निवाले न खाते,खाते धोखे
ये अति अंधेर अंधों के देखे
देख मैं रह-रह कर रोती हूं
हाँय ! मैं कैसी अभागी रोटी हूं ?

रोटी कपड़ा मकान के नारे
होगें सिरों पे छत के सहारे
हर हाथ रोटी तन पे कपड़े
वादे ऐसे कभी पूरे ना पड़े ?
वादों की नही पाती कसौटी हूं
हाँय ! मैं कैसी अभागी रोटी हूं?

भूखे पेटों के लिए बहुत बड़ी
कोठी वालों के लिए छोटी हूं
अन्न खेतों में ढेर लगा के भी
बन जाती हिमालयी चोटी हूं
हाँय ! मैं कैसी अभागी रोटी हूं?

पहले ही बडा़ है कष्ट भोगा
क्यों ना भूखे हक पा सकते
भोजन का अधिकार मिलेगा
बरसों से ही यह आशा रखते

दिख जाती है जंगल की आग
नही दिखे भूखे पेट की आग
बुझाने इस भूख की ज्वाला
कचरे के डिब्बे से मैं लौटी हूं
हाँय ! मैं कैसी अभागी रोटी हूं ?

पिस कर आती हूं दो पाटों से
गूंथी हूं थपकी,मुक्के,चांटो से
तेरी पेट की आग बुझाने को
मैं भी तवे की आग मेंं लेटी हूं
हाँय ! मैं कैसी अभागी रोटी हूं ?

होगें चाँद-सितारे तेरी मुठ्ठी में
मंगल घूम आएगा तू छुट्टी में
समा देगा ये दुनिया लोटी में
पर भूख मिटेगी बस रोटी में

सबकी रोटी मेहनत की होती
भूखा माॅगे रोटी ना कि मोती
फिर क्यों कहे हराम की रोटी
सुनती क्यों मैं ये खरी-खोटी हूं
हाँय ! मैं कैसी अभागी रोटी हूं?

विश्व भूख के सूचकांक में
सौ-सौ देश हैं निचले अंक में
यह सुन-सुन कर मैं रोती हूं
भूख नही मिटी है भूखों की
हाँय ! कैसी अभागी रोटी हूं?

आर्थिक महाशक्ति या विश्वगुरु
ये पाँच ट्रिलियन की दौड़ शुरू
ये सपनों के आगे बहुत छोटी हूं
हाँय ! मैं कैसी अभागी रोटी हूं?
~०~
मौलिक एंव स्वरचित : कविता प्रतियोगिता
रचना संख्या-१९ .जीवनसवारो,जून २०२३

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हाँ, अब मैं ऐसा ही हूँ
हाँ, अब मैं ऐसा ही हूँ
gurudeenverma198
ज़िंदगी की चाहत में
ज़िंदगी की चाहत में
Dr fauzia Naseem shad
कोई पूछे की ग़म है क्या?
कोई पूछे की ग़म है क्या?
Ranjana Verma
भय
भय
Shyam Sundar Subramanian
💐प्रेम कौतुक-372💐
💐प्रेम कौतुक-372💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सबूत
सबूत
Dr.Priya Soni Khare
जीवन में चुनौतियां हर किसी
जीवन में चुनौतियां हर किसी
नेताम आर सी
हे शिव ! सृष्टि भरो शिवता से
हे शिव ! सृष्टि भरो शिवता से
Saraswati Bajpai
आलाप
आलाप
Punam Pande
ONR WAY LOVE
ONR WAY LOVE
Sneha Deepti Singh
सपने सारे टूट चुके हैं ।
सपने सारे टूट चुके हैं ।
Arvind trivedi
In the end
In the end
Vandana maurya
शहर माई - बाप के
शहर माई - बाप के
Er.Navaneet R Shandily
// लो फागुन आई होली आया //
// लो फागुन आई होली आया //
Surya Barman
लता मंगेशकर
लता मंगेशकर
AMRESH KUMAR VERMA
बंधन यह अनुराग का
बंधन यह अनुराग का
Om Prakash Nautiyal
244.
244. "प्यारी बातें"
MSW Sunil SainiCENA
भगवान सा इंसान को दिल में सजा के देख।
भगवान सा इंसान को दिल में सजा के देख।
सत्य कुमार प्रेमी
✍️आत्मपरीक्षण✍️
✍️आत्मपरीक्षण✍️
'अशांत' शेखर
विश्व शांति
विश्व शांति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
shabina. Naaz
अधूरी रात
अधूरी रात
डी. के. निवातिया
आलसी व्यक्ति
आलसी व्यक्ति
Paras Nath Jha
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
सी डी इस विपिन रावत
सी डी इस विपिन रावत
Satish Srijan
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
pravin sharma
गँवईयत अच्छी लगी
गँवईयत अच्छी लगी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"बदलाव"
Dr. Kishan tandon kranti
*भर दो गणपति देवता, हम में बुद्धि विवेक (कुंडलिया)*
*भर दो गणपति देवता, हम में बुद्धि विवेक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भूरा और कालू
भूरा और कालू
Vishnu Prasad 'panchotiya'
Loading...