Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2022 · 1 min read

रेत पर नाम लिख मैं इरादों को सहला आयी।

तलाश ज़िन्दगी की, उस मकाम पे ले आयी,
खुद की परछाई भी, तब मेरे काम ना आयी।
घर के मोह ने, मुझे एक आशातीत दुनिया दिखाई,
कि घर तो कभी मिल ना सका, सरायों में उम्र बितायी।
जज़्बातों के तूफ़ान में, मेरी नाव कुछ यूँ डगमगायी,
कि किनारों पर लाकर, लहरों ने कश्ती डुबाई।
सुकून के पलों में भी, रूह ऐसे भटक कर आयी,
कि आवारगी ने भी हर मोड़, पर ठहर कर हँसीं उड़ाई।
मुस्कराहट मेरे लबों पे, ऐसे ठिठक कर आयी,
कि मरहम के ख्याल ने, जख्मों की टीस जगायी।
रात चाँद को, मेरे दर पे, एक दिन ले तो आयी,
पर अमावस के पर्दों ने, उसकी भी चमक चुराई।
रेत पर नाम लिख मैं, इरादों को सहला आयी,
बारिस को हुई जलन, वो सैलाब बन उस दिन छायी।
हिम्मतों का साथ मैं, फिर भी छोड़ ना पायी,
गिरकर हर बार उठी, ये देख मंज़िलें भी पास आयीं।

4 Likes · 6 Comments · 172 Views

Books from Manisha Manjari

You may also like:
शायर जानता है
शायर जानता है
Nanki Patre
■ दैनिक लेखन स्पर्द्धा / मेरे नायक
■ दैनिक लेखन स्पर्द्धा / मेरे नायक
*Author प्रणय प्रभात*
बसेरा उठाते हैं।
बसेरा उठाते हैं।
रोहताश वर्मा मुसाफिर
दीपावली २०२२ की हार्दिक शुभकामनाएं
दीपावली २०२२ की हार्दिक शुभकामनाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
खुशियां बेवफ़ा होती है।
खुशियां बेवफ़ा होती है।
Taj Mohammad
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
Ram Babu Mandal
*सदा खामोश होता है (मुक्तक)*
*सदा खामोश होता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
वक्त से पहले
वक्त से पहले
Satish Srijan
“प्यार तुम दे दो”
“प्यार तुम दे दो”
DrLakshman Jha Parimal
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
बह रही थी जो हवा
बह रही थी जो हवा
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
. *विरोध*
. *विरोध*
Rashmi Sanjay
"कवि"
Dr. Kishan tandon kranti
दफन
दफन
Dalveer Singh
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
gurudeenverma198
दुआ के हाथ
दुआ के हाथ
Shekhar Chandra Mitra
मेरा प्रेम के प्रति सम्मान
मेरा प्रेम के प्रति सम्मान
Ankit Halke jha
माँ स्कंदमाता
माँ स्कंदमाता
Vandana Namdev
मोहब्बत के वादे
मोहब्बत के वादे
Umender kumar
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
जरूरी कहां कुल का दिया कुल को रोशन करें
जरूरी कहां कुल का दिया कुल को रोशन करें
कवि दीपक बवेजा
बे'बसी हमको पे रो गई आके
बे'बसी हमको पे रो गई आके
Dr fauzia Naseem shad
दोहे एकादश ...
दोहे एकादश ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
एहसास
एहसास
Shutisha Rajput
✍️तर्कहीन आभासी अवास्तविक अवतारवादी कल्पनाओ के आधार पर..
✍️तर्कहीन आभासी अवास्तविक अवतारवादी कल्पनाओ के आधार पर..
'अशांत' शेखर
दिवाली
दिवाली
Aditya Prakash
💐अज्ञात के प्रति-97💐
💐अज्ञात के प्रति-97💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
***
*** " विवशता की दहलीज पर , कुसुम कुमारी....!!! "...
VEDANTA PATEL
Loading...