Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2016 · 1 min read

रूहानी लगे

तेरे गाँव की गलियां बड़ी रूहानी लगे
मिटटी से निकली सुगंध सुहानी लगे
चुरा लूँ कुछ लम्हे अगर बुरा न मानो
मुझे इनमे कृष्ण राधा की कहानी लगे !!
!
!
!
डी. के. निवातियाँ _____@@@

Language: Hindi
386 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all
You may also like:
वफा करो हमसे,
वफा करो हमसे,
Dr. Man Mohan Krishna
देखते देखते
देखते देखते
shabina. Naaz
ईद
ईद
Taj Mohammad
मैंने तो ख़ामोश रहने
मैंने तो ख़ामोश रहने
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पथ जीवन
पथ जीवन
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कर गमलो से शोभित जिसका
कर गमलो से शोभित जिसका
प्रेमदास वसु सुरेखा
तटस्थ बुद्धिजीवी
तटस्थ बुद्धिजीवी
Shekhar Chandra Mitra
ईस्वी सन 2023 एक जनवरी से इकत्तीस दिसंबर ज्योतिष आंकलन एव गणना
ईस्वी सन 2023 एक जनवरी से इकत्तीस दिसंबर ज्योतिष आंकलन एव गणना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
होली पर बरसात हो , बरसें ऐसे रंग (कुंडलिया)*
होली पर बरसात हो , बरसें ऐसे रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
surenderpal vaidya
Wo mitti ki aashaye,
Wo mitti ki aashaye,
Sakshi Tripathi
💐प्रेम कौतुक-256💐
💐प्रेम कौतुक-256💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कमजोरी अपनी यहाँ किसी को
कमजोरी अपनी यहाँ किसी को
gurudeenverma198
हमने किस्मत से आँखें लड़ाई मगर
हमने किस्मत से आँखें लड़ाई मगर
VINOD KUMAR CHAUHAN
■ गीत (दर्शन)
■ गीत (दर्शन)
*Author प्रणय प्रभात*
2290.पूर्णिका
2290.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
क्षमा याचना दिवस
क्षमा याचना दिवस
Ram Krishan Rastogi
'क्या लिखूँ, कैसे लिखूँ'?
'क्या लिखूँ, कैसे लिखूँ'?
Godambari Negi
भरोसा नहीं रहा।
भरोसा नहीं रहा।
Anamika Singh
✍️अधमरी सोंच✍️
✍️अधमरी सोंच✍️
'अशांत' शेखर
मिसाले हुस्न का
मिसाले हुस्न का
Dr fauzia Naseem shad
फूल रहा जमकर फागुन,झूम उठा मन का आंगन
फूल रहा जमकर फागुन,झूम उठा मन का आंगन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
** जिंदगी  मे नहीं शिकायत है **
** जिंदगी मे नहीं शिकायत है **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
12- अब घर आ जा लल्ला
12- अब घर आ जा लल्ला
Ajay Kumar Vimal
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / मुसाफ़िर बैठा
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
जिंदगी में दो ही लम्हे,
जिंदगी में दो ही लम्हे,
Prof Neelam Sangwan
प्रिय आदर्श शिक्षक
प्रिय आदर्श शिक्षक
इंजी. लोकेश शर्मा (लेखक)
बड़ी ठोकरो के बाद संभले हैं साहिब
बड़ी ठोकरो के बाद संभले हैं साहिब
Jay Dewangan
सृष्टि भी स्त्री है
सृष्टि भी स्त्री है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...