Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2022 · 1 min read

” रुढ़िवादिता की सोच”

” रुढ़िवादिता की सोच”

पैर पसारती रुढ़िवादिता का समाज में

आज भी तमाशा दिखे क्यों निराला है ?

नवयुवक और पढ़े लिखे भी नहीं छूटते अछूते

रुढ़िवादिता से ऊपर एक आध ही विरला है,

मां बाप रहते खुश खूब सुनकर कि

दामाद बेटी का बहुत ख्याल रखता है

लेकिन जब बात आती बहू का साथ देने की

तब क्यों बेटा जोरु का गुलाम कहलाता है ?

नर घूम-घूम कर हर जगह जुबान चलाए

फलां स्त्री डरती नही वह बहुत बोल्ड है

घर में पत्नी जब करे सवाल जवाब तो

बोल मत ज्यादा कहे तब सोच क्यों ओल्ड है ?

खेल कर जब लडकियां देश को पदक दिलाती

हर नर तब प्रसन्न होकर फूले नहीं समाता

खुद की बेटी जब जाने लगे ट्यूशन तब टोके

चल बैठ मेरे स्कूटर पर क्यों अकेली नहीं भेज पाता ?

कैसे होगा सुधार ऐसे हमारी संकीर्ण सोच का

निज बहन, बेटी के मामले में जब नर संकुचाता है

मन तो करता है खुल कर रहने का उसका भी, लेकिन

देख कलयुग की हालत बेचारा सहम जाता है।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 91 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Dr Meenu Poonia

You may also like:
गुलामी छोड़ दअ
गुलामी छोड़ दअ
Shekhar Chandra Mitra
"ज़िंदगी जिंदादिली का नाम है, मुर्दादिल क्या खाक़ जीया करते है
Mukul Koushik
नारी
नारी
Prakash Chandra
💐प्रेम कौतुक-505💐
💐प्रेम कौतुक-505💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
किसी की याद आना
किसी की याद आना
श्याम सिंह बिष्ट
उम्र निकलती है जिसके होने में
उम्र निकलती है जिसके होने में
Anil Mishra Prahari
कोई अपनों को उठाने में लगा है दिन रात
कोई अपनों को उठाने में लगा है दिन रात
Shivkumar Bilagrami
माँ
माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चंद सिक्के उम्मीदों के डाल गुल्लक में
चंद सिक्के उम्मीदों के डाल गुल्लक में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आँखों   पर   ऐनक   चढ़ा   है, और  बुद्धि  कुंद  है।
आँखों पर ऐनक चढ़ा है, और बुद्धि कुंद है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Today i am thinker
Today i am thinker
Ms.Ankit Halke jha
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*फूल तितली पत्तियाँ 【हिंदी गजल/गीतिका】*
*फूल तितली पत्तियाँ 【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
अजदहा बनके आया मोबाइल
अजदहा बनके आया मोबाइल
Anis Shah
जली आग में होलिका ,बचे भक्त प्रहलाद ।
जली आग में होलिका ,बचे भक्त प्रहलाद ।
Rajesh Kumar Kaurav
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
Basant Bhagwan Roy
'मौन का सन्देश'
'मौन का सन्देश'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
लक्ष्मी सिंह
"कौन हूँ मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
नई दिल्ली
नई दिल्ली
Dr. Girish Chandra Agarwal
आने वाले साल से, कहे पुराना साल।
आने वाले साल से, कहे पुराना साल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ना जाने क्यों आज वक्त ने हालात बदल
ना जाने क्यों आज वक्त ने हालात बदल
Vishal babu (vishu)
धूर अहा बरद छी (मैथिली व्यङ्ग्य कविता)
धूर अहा बरद छी (मैथिली व्यङ्ग्य कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
Shashi kala vyas
आप इसे पढ़ें या न पढ़ें हम तो बस लिखते रहेंगे ! आप सुने ना सुन
आप इसे पढ़ें या न पढ़ें हम तो बस लिखते रहेंगे ! आप सुने ना सुन
DrLakshman Jha Parimal
#कुदरत_केरंग
#कुदरत_केरंग
*Author प्रणय प्रभात*
Laghukatha :-Kindness
Laghukatha :-Kindness
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आपके शब्द आपके अस्तित्व और व्यक्तित्व का भार वहन करते है...
आपके शब्द आपके अस्तित्व और व्यक्तित्व का भार वहन करते है...
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
शहीद दिवस
शहीद दिवस
Ram Krishan Rastogi
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
Satish Srijan
Loading...