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26 Apr 2020 · 1 min read

रिश्ते

आओ आओ बच्चों प्यारे प्यारे ।
लेकर आया कहानी के चटकारे ।।

आओ चले रिश्तों की पाठशाला ।
बनाने एक सुंदर संबंधों की माला ।।

घर परिवार के रिश्ते संजोए।
लाया हूँ उनको शब्दों में पिरोए ।।

जन्म दिया, पालन पोषण किया ।
संसार ने उन्हें माँ नाम दिया ।।

अँगुली पकड़कर चलना सिखाया ।
पिता हैं, जिन्होंने नाम गौत्र दिया ।।

पिता के भाई कहलाते चाचा ताऊ ।
पिता के पिता को दादा जी बतलाऊँ ।।

पिता की बहन होती है बुआ ।
प्यार से खिलाती माल पुआ ।।

माता की बहन मौसी होती ।
माँ समान स्नेह खूब दिखाती ।।

माता की माता को कहते नानी ।
हमें सुनाती मीठी मीठी कहानी ।।

माता के पिता नाना कहलाते ।
ढेर सारे खिलौने लेकर आते ।।

माता के भाई को कहते मामा ।
एक नभ में भी होता चंदा मामा ।।
।।जेपीएल।।

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