Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2021 · 1 min read

रिमझिम

शब्द- रिमझिम

रिमझिम रिमझिम हो रहल, दोहा के बरसात।
दोहालय लहरत हवे, हरिहर आज बुझात।।

रिमझिम रिमझिम ए सखी, सावन के बरसात।
साजन बिन लागति हवे, नागिन काली रात।२।

मौसम भइल सुहावना, रिमझिम पड़त फुहार।
सावन की साथे सखी, बरसत नैन हमार।३।

सावन के सखि राति में, रिमझिम बा बरसात।
परदेसी निर्मोहिया, मानत नाहीं बात।४।

रिमझिम रिमझिम नैन से, नीर गिरत अविराम।
जब से गोकुल छोडि के, मथुरा गइलन श्याम।५।

गोकुल में सखि राधिका, मथुरा में घनश्याम।
रिमझिम बरसत नैन से, बिरहिनि के पैगाम।६।

#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य

Language: Bhojpuri
1 Like · 384 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक समय के बाद
एक समय के बाद
हिमांशु Kulshrestha
" जीत के लिए "
Dr. Kishan tandon kranti
"जख्म की गहराई"
Yogendra Chaturwedi
#आध्यात्मिक_कविता
#आध्यात्मिक_कविता
*प्रणय प्रभात*
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
पंकज कुमार कर्ण
Sadness gives depth. Happiness gives height. Sadness gives r
Sadness gives depth. Happiness gives height. Sadness gives r
पूर्वार्थ
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
डर्टी पिक्चर (Dirty Picture)
डर्टी पिक्चर (Dirty Picture)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कोहराम मचा सकते हैं
कोहराम मचा सकते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
ଆପଣ କିଏ??
ଆପଣ କିଏ??
Otteri Selvakumar
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
gurudeenverma198
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
आप वक्त को थोड़ा वक्त दीजिए वह आपका वक्त बदल देगा ।।
Lokesh Sharma
दिल की हसरत सदा यूं ही गुलज़ार हो जाये ।
दिल की हसरत सदा यूं ही गुलज़ार हो जाये ।
Phool gufran
*करो अब चाँद तारे फूल, खुशबू प्यार की बातें (मुक्तक)*
*करो अब चाँद तारे फूल, खुशबू प्यार की बातें (मुक्तक)*
Ravi Prakash
अब घोसले से बाहर निकलने को कहते हो
अब घोसले से बाहर निकलने को कहते हो
Trishika S Dhara
दिल का गुस्सा
दिल का गुस्सा
Madhu Shah
कांधा होता हूं
कांधा होता हूं
Dheerja Sharma
हर क्षण  आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
हर क्षण आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
Dr.Rashmi Mishra
काश.! मैं वृक्ष होता
काश.! मैं वृक्ष होता
Dr. Mulla Adam Ali
काले दिन ( समीक्षा)
काले दिन ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ज़िन्दगी की बोझ यूँ ही उठाते रहेंगे हम,
ज़िन्दगी की बोझ यूँ ही उठाते रहेंगे हम,
Anand Kumar
“कवि की कविता”
“कवि की कविता”
DrLakshman Jha Parimal
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
Manisha Manjari
गर्मी की छुट्टियों का होमवर्क
गर्मी की छुट्टियों का होमवर्क
अमित
जो अपनी ग़म-ए-उल्फ़त से गिला करते हैं,
जो अपनी ग़म-ए-उल्फ़त से गिला करते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
करूणा का अंत
करूणा का अंत
Sonam Puneet Dubey
3726.💐 *पूर्णिका* 💐
3726.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
टुकड़े हजार किए
टुकड़े हजार किए
Pratibha Pandey
*मतदान*
*मतदान*
Shashi kala vyas
Loading...