Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2024 · 1 min read

रिज़्क़ तू सबको दे मेरे मौला,

रिज़्क़ तू सबको दे मेरे मौला,
भूख़ से लोग मर भी जाते हैं।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

उफ ये खुदा ने क्या सूरत बनाई है
उफ ये खुदा ने क्या सूरत बनाई है
Shinde Poonam
"" *गीता पढ़ें, पढ़ाएं और जीवन में लाएं* ""
सुनीलानंद महंत
यूं मुहब्बत में सब कुछ हारने वालों,
यूं मुहब्बत में सब कुछ हारने वालों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
कानून अपना काम करेगा
कानून अपना काम करेगा
Khajan Singh Nain
छोटे-मोटे चोर, उचक्के, ठग, लुटेरे, उठाईगिरे भी बस उन्हें
छोटे-मोटे चोर, उचक्के, ठग, लुटेरे, उठाईगिरे भी बस उन्हें "फ़ॉ
*प्रणय*
वादा करके तोड़ती, सजनी भी हर बार
वादा करके तोड़ती, सजनी भी हर बार
RAMESH SHARMA
खुला पत्र ईश्वर के नाम
खुला पत्र ईश्वर के नाम
Karuna Bhalla
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
manjula chauhan
झोपड़ियों से बांस खींचकर कैसे मैं झंडा लहराऊँ??
झोपड़ियों से बांस खींचकर कैसे मैं झंडा लहराऊँ??
दीपक झा रुद्रा
"मोबाइल फोन"
Dr. Kishan tandon kranti
चाँद
चाँद
Shweta Soni
अपना ईमान तक गवाये बैठे है...!!
अपना ईमान तक गवाये बैठे है...!!
Ravi Betulwala
4450.*पूर्णिका*
4450.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तस्वीर
तस्वीर
seema sharma
शहीद
शहीद
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
* मैं अभिमन्यु *
* मैं अभिमन्यु *
भूरचन्द जयपाल
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
मोहित शर्मा ज़हन
दोहा पंचक. . . नैन
दोहा पंचक. . . नैन
sushil sarna
- मन की अभिलाषा -
- मन की अभिलाषा -
bharat gehlot
मिलन स्थल
मिलन स्थल
Meenakshi Madhur
फागुन होली
फागुन होली
Khaimsingh Saini
अजनबी
अजनबी
लक्ष्मी सिंह
मुझको निभाना होगा अपना वचन
मुझको निभाना होगा अपना वचन
gurudeenverma198
उलझता रहता है हर कोई यहां इश्क़ की चाहतों में।
उलझता रहता है हर कोई यहां इश्क़ की चाहतों में।
Manisha Manjari
रिश्ते अब रास्तों पर
रिश्ते अब रास्तों पर
Atul "Krishn"
क्या मंद मंद मुस्कराते हो
क्या मंद मंद मुस्कराते हो
अनिल "आदर्श"
There will be moments in your life when people will ask you,
There will be moments in your life when people will ask you,
पूर्वार्थ
*हीरा बन चमकते रहे*
*हीरा बन चमकते रहे*
Krishna Manshi
Loading...