Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2023 · 1 min read

*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*

राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
1
राम भक्ति नवधा बतलाते।
बेर भक्त शबरी के खाते।।
नवधा भक्ति मनुज हितकारी।
नौ प्रकार की यह गुणकारी।।
2
सदा संग संतों का पाओ।
प्रथम पाठ यह उर में लाओ।।
संग मनुज को पार लगाता।
संत संग अनुपम सुखदाता।
3
सुनो प्रेम से भक्ति-कथाऍं।
यह भवसागर पार लगाऍं।।
गुरु से बड़ा न खुद को जानो ।
मन-अभिमान न किंचित मानो।।
4
जो गुरु पद पंकज अनुरागी ।
भक्ति तीसरी के वह भागी।।
चौथी भक्ति कपट मत सीखो।
ब्रह्म ज्ञान गुण में रत दीखो ।।
5
एक मंत्र बस रटते रहना।
पंचम भक्ति राम नित कहना।।
छठी भक्ति वैराग्य कहाती।
शील और दम से यह आती।।
6
सज्जनता का धर्म निभाओ।
शुद्ध आचरण पथ अपनाओ।।
सियाराम मय जग को पाओ।
सप्तम सम का भाव जगाओ।।
7
प्रभु से अधिक भक्त कहलाते।
जहॉं भक्त हैं प्रभु मिल जाते।।
अष्टम मन की तुष्टि कहाती।
संतोषी यों वृत्ति बढ़ाती।।
8
दोष दूसरों के क्या गिनना।
शांत चित्तता केवल छिनना।।
सरल बनो छल रहित कहाना।
नवीं भक्ति यों जग में गाना।।
9
हर्ष विषाद एक-सा आए।
भले अवस्था कुछ हो जाए ।।
नवधा भक्ति सहज अपनाओ।
श्रेष्ठ मनुज इस तरह कहाओ।।
10
नवधा भक्ति ईश को पाती।
दर्शन प्रभु का यह करवाती।।
निराकार इससे प्रभु मिलते ।
भीतर सुप्त सुमन सब खिलते ।।
—————————————-
शील = अच्छा स्वभाव
दम = इंद्रियों पर नियंत्रण
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
दोहा
दोहा
Dushyant Baba
*प्राणायाम (कुंडलिया)*
*प्राणायाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तू जो लुटाये मुझपे वफ़ा
तू जो लुटाये मुझपे वफ़ा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिल मे कौन रहता है..?
दिल मे कौन रहता है..?
N.ksahu0007@writer
सुप्रभात..
सुप्रभात..
आर.एस. 'प्रीतम'
सनातन संस्कृति
सनातन संस्कृति
मनोज कर्ण
लेके काँवड़ दौड़ने
लेके काँवड़ दौड़ने
Jatashankar Prajapati
💐प्रेम कौतुक-335💐
💐प्रेम कौतुक-335💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
✍️हमसे लिपट गये✍️
✍️हमसे लिपट गये✍️
'अशांत' शेखर
यदि मेरी पीड़ा पढ़ पाती
यदि मेरी पीड़ा पढ़ पाती
Saraswati Bajpai
शूद्रों और स्त्रियों की दुर्दशा
शूद्रों और स्त्रियों की दुर्दशा
Shekhar Chandra Mitra
समस्या है यह आएगी_
समस्या है यह आएगी_
Rajesh vyas
says wrong to wrong
says wrong to wrong
Satish Srijan
तेरी गली से निकलते हैं तेरा क्या लेते है
तेरी गली से निकलते हैं तेरा क्या लेते है
Ram Krishan Rastogi
तुम हासिल ही हो जाओ
तुम हासिल ही हो जाओ
हिमांशु Kulshrestha
क्या हुआ , क्या हो रहा है और क्या होगा
क्या हुआ , क्या हो रहा है और क्या होगा
कृष्ण मलिक अम्बाला
कविता के अ-भाव से उपजी एक कविता / MUSAFIR BAITHA
कविता के अ-भाव से उपजी एक कविता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
चोट मैं भी खायें हैं , तेरे इश्क में काफ़िर
चोट मैं भी खायें हैं , तेरे इश्क में काफ़िर
Manoj Kumar
आओ मिलके पेड़ लगाए !
आओ मिलके पेड़ लगाए !
Naveen Kumar
पालनहार
पालनहार
Buddha Prakash
क्यों सोचता हूँ मैं इतना
क्यों सोचता हूँ मैं इतना
gurudeenverma198
2390.पूर्णिका
2390.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बाल श्रम विरोधी
बाल श्रम विरोधी
Utsav Kumar Aarya
इश्क करते रहिए
इश्क करते रहिए
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जीवन और बांसुरी दोनों में होल है पर धुन पैदा कर सकते हैं कौन
जीवन और बांसुरी दोनों में होल है पर धुन पैदा कर सकते हैं कौन
Shashi kala vyas
#विभाजन_दिवस
#विभाजन_दिवस
*Author प्रणय प्रभात*
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मि
जीवन दुखों से भरा है जीवन के सभी पक्षों में दुख के बीज सम्मि
Ms.Ankit Halke jha
आप हमको जो पढ़ गये होते
आप हमको जो पढ़ गये होते
Dr fauzia Naseem shad
जुगनू
जुगनू
Gurdeep Saggu
Loading...