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18 Jan 2023 · 2 min read

रामपुर महोत्सव प्रतीक चिन्ह (लोगो) प्रतियोगिता में मेरा लोगो पुरस्कृत हुआ // हार

रामपुर महोत्सव प्रतीक चिन्ह (लोगो) प्रतियोगिता में मेरा लोगो पुरस्कृत हुआ // हार्दिक आभार एवं प्रसन्नता
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दिनांक 17 जनवरी 2020 शुक्रवार को रात्रि रामपुर महोत्सव रंगमंच पर जिलाधिकारी श्री आंजनेय कुमार सिंह के कर- कमलों द्वारा मुझे पुरस्कृत किया गया।
यद्यपि चयनित लोगो ही अधिकृत होता है । किंतु सांत्वना कहिए या प्रोत्साहन, मैं आभारी हूँ।
मैंने यह लोगो रामपुर की अद्भुत और बहुमूल्य तथा कहना चाहिए कि सबसे ज्यादा कीमती वस्तु *गाँधी समाधि* में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की चिता की राख को केंद्र में रखकर निर्मित किया था। मध्य में गाँधी समाधि में *बापू की राख* तथा उस पर लिखा हुआ *हे राम* शब्द और उसके चारों ओर यह पंक्तियाँ थीं:-
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*यहाँ बापू की मिट्टी है*
*रियासत रामपुर थी यह*
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रामपुर में सबसे ज्यादा पवित्र अगर कोई वस्तु है तो वह गाँधीजी की चिता की राख ही है ,जिसको सँजोकर रामपुर में गाँधी समाधि की स्थापना हुई ।
जनवरी 1948 में रामपुर में गाँधी समाधि का निर्माण केवल एक इमारत का निर्माण नहीं था। यह एक विचारधारा तथा एक दिशा की ओर जाने का संकेत और घोषणापत्र था । इसका अर्थ था कि रामपुर का भविष्य भारत के साथ और भारत के राष्ट्रपिता की स्मृतियों के साथ जुड़ गया है। इस नाते यह रामपुर के रियासत कालीन इतिहास का भी सर्वाधिक गौरवशाली प्रष्ठ है। पुनः मेरा लोगो *रामपुर महोत्सव लोगो* *प्रतियोगिता* के लिए पुरस्कृत हुआ तथा यह जो सम्मान मुझे मिला है , वह वास्तव में उस विचारधारा का है, जो मैंने गाँधी समाधि को अतिशय महत्व देते हुए प्रदर्शित की है ।
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*यहाँ बापू की मिट्टी है*
*रियासत रामपुर थी यह*
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 545 1

Language: Hindi
Tag: संस्मरण
26 Views

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