Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2023 · 1 min read

रामचरित पे संशय (मुक्तक)

कुछ मानस का, रामचरित पे संशय है।
हनुमान चालीसा रचने वाले से भय है।
हे! बजरंगी, बजरंग बाण मारो इनको;
ये सनातनी बाधा,सदा ही स्वार्थमय है।
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°

स्वरचित सह मौलिक
…….✍️पंकज कर्ण
कटिहार(बिहार)

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 163 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
माँ
माँ
Er Sanjay Shrivastava
बेरोज़गारी
बेरोज़गारी
Shekhar Chandra Mitra
हिन्दी दोहा - दया
हिन्दी दोहा - दया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
mujhe needno se jagaya tha tumne
mujhe needno se jagaya tha tumne
Anand.sharma
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
जय लगन कुमार हैप्पी
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
लाख कोशिश की थी अपने
लाख कोशिश की थी अपने
'अशांत' शेखर
उसकी गली तक
उसकी गली तक
Vishal babu (vishu)
चलिए खूब कमाइए, जिनके बच्चे एक ( कुंडलिया )
चलिए खूब कमाइए, जिनके बच्चे एक ( कुंडलिया )
Ravi Prakash
"प्यासा"प्यासा ही चला, मिटा न मन का प्यास ।
Vijay kumar Pandey
😊#The_One_man_army_of_my_life.…...
😊#The_One_man_army_of_my_life.…...
*Author प्रणय प्रभात*
माता  रानी  का लगा, है सुंदर  दरबार।
माता रानी का लगा, है सुंदर दरबार।
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
चाल, चरित्र और चेहरा, सबको अपना अच्छा लगता है…
चाल, चरित्र और चेहरा, सबको अपना अच्छा लगता है…
Anand Kumar
दस्ताने
दस्ताने
Seema gupta,Alwar
देर तक मैंने आईना देखा
देर तक मैंने आईना देखा
Dr fauzia Naseem shad
"हर रास्ते में फूलों से ना होगा सामना
कवि दीपक बवेजा
वक्त से गुज़ारिश
वक्त से गुज़ारिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हाइकु
हाइकु
Prakash Chandra
धड़कन धड़कन ( गीत )
धड़कन धड़कन ( गीत )
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर्
पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर्
विमला महरिया मौज
💐प्रेम कौतुक-420💐
💐प्रेम कौतुक-420💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़हर ही ज़हर है और जीना भी है,
ज़हर ही ज़हर है और जीना भी है,
Dr. Rajiv
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kavi praveen charan
दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए।
दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
साधना से सिद्धि.....
साधना से सिद्धि.....
Santosh Soni
आज की प्रस्तुति: भाग 6
आज की प्रस्तुति: भाग 6
Rajeev Dutta
*सूनी माँग* पार्ट-1 - कहानी लेखक: राधाकिसन मूंधड़ा, सूरत, गुजरात।
*सूनी माँग* पार्ट-1 - कहानी लेखक: राधाकिसन मूंधड़ा, सूरत, गुजरात।
Radhakishan Mundhra
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
Anil chobisa
चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की
चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की
डॉ. दीपक मेवाती
Loading...