Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2019 · 1 min read

राजनीति

“क्या बात है आज बडे खुश नजर आ रहे हो। ये चेहरे पर गुलाल क्यों लगा रखा है?
“तुम्हें पता नहीं विधानसभा के चुनाव का परिणाम आ गया है? ‘अपना उम्मीदवार’ जीत गया है। बस उसी जीत की खुशी में गुलाल खेलकर आया हूँ।’
‘अपना उम्मीदवार? ‘क्यों मजाक करते हो। तुम तो शायद उसके साथ थे ही नही। और न ही तुमने अपने परिवार के छत्तीस वोटों में से एक भी वोट उसके पक्ष में डलवाया।?,
‘तुम नही समझोगे। यह ‘राजनीति’ है। अब किसी भी क्या पता कि हमने वोट कहाँ डाले हैं। ये समझो कि जो जीत गया है बस उसी को अपना वोट दिया है। समझे?’
‘बहुत अच्छी तरह समझ गया।’

अशोक छाबडा
18081996

Language: Hindi
1 Like · 373 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Ashok Chhabra
View all
You may also like:
मटका
मटका
Satish Srijan
तेरे लिखे में आग लगे / © MUSAFIR BAITHA
तेरे लिखे में आग लगे / © MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
एक इंतज़ार दीजिए नई गज़ल विनीत सिंह शायर के कलम से
एक इंतज़ार दीजिए नई गज़ल विनीत सिंह शायर के कलम से
Vinit kumar
* नियम *
* नियम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तीज मनाएँ रुक्मिणी...
तीज मनाएँ रुक्मिणी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
💫समय की वेदना💫
💫समय की वेदना💫
SPK Sachin Lodhi
दिल यही चाहता है ए मेरे मौला
दिल यही चाहता है ए मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
'धरती माँ'
'धरती माँ'
Godambari Negi
"महंगाई"
Slok maurya "umang"
मुझे किराए का ही समझो,
मुझे किराए का ही समझो,
Sanjay ' शून्य'
■ गीत / प्रेम की कहानी, आँसुओं की जुबानी
■ गीत / प्रेम की कहानी, आँसुओं की जुबानी
*Author प्रणय प्रभात*
Pyari dosti
Pyari dosti
Samar babu
*बिजली एक ज्यों चमकी (मुक्तक)*
*बिजली एक ज्यों चमकी (मुक्तक)*
Ravi Prakash
समय यात्रा: मिथक या वास्तविकता?
समय यात्रा: मिथक या वास्तविकता?
Shyam Sundar Subramanian
हंसने के फायदे
हंसने के फायदे
Manoj Kushwaha PS
कोरोना काल
कोरोना काल
Sandeep Pande
जहाँ तुम रहती हो
जहाँ तुम रहती हो
Sidhant Sharma
Wakt ke girewan ko khich kar
Wakt ke girewan ko khich kar
Sakshi Tripathi
कई लोगों के दिलों से बहुत दूर हुए हैं
कई लोगों के दिलों से बहुत दूर हुए हैं
कवि दीपक बवेजा
मायूस इस क़दर
मायूस इस क़दर
Dr fauzia Naseem shad
मेरे कान्हा
मेरे कान्हा
umesh mehra
ख़त आया तो यूँ लगता था,
ख़त आया तो यूँ लगता था,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कभी
कभी
Ranjana Verma
उम्रें गुज़र गई हैं।
उम्रें गुज़र गई हैं।
Taj Mohammad
Why Not Heaven Have Visiting Hours?
Why Not Heaven Have Visiting Hours?
Manisha Manjari
💐प्रेम कौतुक-230💐
💐प्रेम कौतुक-230💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
किस क़दर
किस क़दर
हिमांशु Kulshrestha
तोड देना वादा,पर कोई वादा तो कर
तोड देना वादा,पर कोई वादा तो कर
Ram Krishan Rastogi
पालनहार
पालनहार
Buddha Prakash
*खुशबू*
*खुशबू*
Shashi kala vyas
Loading...