Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2022 · 1 min read

*राजनीति का सार (कुंडलिया)*

*राजनीति का सार (कुंडलिया)*
————————————————–
जानो होता है टिकट , राजनीति का सार
जिसको भी यह मिल गया ,उसका बेड़ा पार
उसका बेड़ा पार , भाग्यशाली कहलाता
जीता पहला युद्ध , विजेता बनकर आता
कहते रवि कविराय ,खाक दर-दर की छानो
टिकट दिला दे व्यक्ति ,सूरमा उसको जानो
————————————————–
*रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा*
*रामपुर (उत्तर प्रदेश)*
*मोबाइल 99976 15451*

53 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Ravi Prakash

You may also like:
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
सूर्यकांत द्विवेदी
Rap song 【5】
Rap song 【5】
Nishant prakhar
तुम से सुबह, तुम से शाम,
तुम से सुबह, तुम से शाम,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Motivational
Motivational
Mrinal Kumar
खुदकुशी से पहले
खुदकुशी से पहले
Shekhar Chandra Mitra
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
अमित मिश्र
मित्र
मित्र
लक्ष्मी सिंह
गुनहगार तू भी है...
गुनहगार तू भी है...
मनोज कर्ण
5 हाइकु
5 हाइकु
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
स्थायित्व कविता
स्थायित्व कविता
Shyam Pandey
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
सत्य कुमार प्रेमी
रहस्य
रहस्य
Shyam Sundar Subramanian
You can't AFFORD me
You can't AFFORD me
Vandana maurya
*नोट :* यह समीक्षा *टैगोर काव्य गोष्ठी* , रामपुर के आयोजन में दिनांक 1 फरवरी 202
*नोट :* यह समीक्षा *टैगोर काव्य गोष्ठी* , रामपुर के आयोजन में दिनांक 1 फरवरी 202
Ravi Prakash
कृष्ण दामोदरं
कृष्ण दामोदरं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कोयल कूके
कोयल कूके
Vindhya Prakash Mishra
💐 Prodigy Love-29💐
💐 Prodigy Love-29💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
More important than 'what to do' is to know 'what not to do'.
More important than 'what to do' is to know 'what not to do'.
Dr. Rajiv
दुआ पर लिखे अशआर
दुआ पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम।
प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
बाल कविता- कौन क्या बोला?
बाल कविता- कौन क्या बोला?
आर.एस. 'प्रीतम'
/// जीवन ///
/// जीवन ///
जगदीश लववंशी
रोटी रूदन
रोटी रूदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
काशी में नहीं है वो,
काशी में नहीं है वो,
Satish Srijan
तुझसे बिछड़ने के बाद
तुझसे बिछड़ने के बाद
Surinder blackpen
"आशा" के दोहे '
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बात कलेजे से लगा, काहे पलक भिगोय ?
बात कलेजे से लगा, काहे पलक भिगोय ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
घाव मिले फिर भी मुस्कुराना जानता हूं
घाव मिले फिर भी मुस्कुराना जानता हूं
Er Sanjay Shrivastava
■ दोहा / प्रभात चिंतन
■ दोहा / प्रभात चिंतन
*Author प्रणय प्रभात*
*कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आव
*कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आव
Seema Verma
Loading...