Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2022 · 1 min read

रक्षाबंधन

ये राखी पर्व है प्यारा इसे दुनिया मनाती है
भाई को बांधने राखी बहन घर दौड़ आती है

बड़ी मज़बूर वो बहना रहे परदेश में इस दिन
वो राखी भेज भाई की कलाई को सजाती है

न मिल पायें चाहें बहना भाई के दिल सदा रहती
करे परवाह भी इतनी नजर माँ उसमें आती है

सभी नाते सभी रिश्ते बहन के पास होते पर
हमेशा वक़्त पे हमदर्द सच्चा भाई पाती है

बहन जब रूठ जाती थी तो भैया तुम मनाते थे
सभी बातें बहन को याद वो बचपन दिलाती हैं

बहन को प्यार बाबुल सा है भाई से ही मिलता जब
बहन भाई में ही अपने पिता का रूप पाती है

नहीं उपहार प्यारा प्यार से है अर्चना ज्यादा
सलामत बस रहे भैया दुआ बहना मनाती है

29-08-2015
डॉ अर्चना गुप्ता

1 Like · 131 Views

Books from Dr Archana Gupta

You may also like:
ज़िंदगी अपने सफर की मंजिल चाहती है।
ज़िंदगी अपने सफर की मंजिल चाहती है।
Taj Mohammad
मेहनत का फल ।
मेहनत का फल ।
Nishant prakhar
अभी तक न विफलता है ,अभी तक न सफलता है (मुक्तक)
अभी तक न विफलता है ,अभी तक न सफलता है...
Ravi Prakash
स्वप्न-साकार
स्वप्न-साकार
Prabhudayal Raniwal
प्रभु की शरण
प्रभु की शरण
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
" पर्व गोर्वधन "
Dr Meenu Poonia
फूलों से।
फूलों से।
Anil Mishra Prahari
गर्दिश -ए- दौराँ
गर्दिश -ए- दौराँ
Shyam Sundar Subramanian
पंचगव्य
पंचगव्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ख्वाहिश
ख्वाहिश
अमरेश मिश्र 'सरल'
"लेखक की मानसिकता "
DrLakshman Jha Parimal
भाग्य
भाग्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
करीम तू ही बता
करीम तू ही बता
Satish Srijan
तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था (01)
तुझसे मिलकर बिछड़ना क्या दस्तूर था (01)
Dr. Pratibha Mahi
सत्य सनातन पंथ चलें सब, आशाओं के दीप जलें।
सत्य सनातन पंथ चलें सब, आशाओं के दीप जलें।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरा लेख
मेरा लेख
Ankita Patel
सालगिरह
सालगिरह
अंजनीत निज्जर
👌🥀🌺आप में कोई जादू तो है🌺🥀👌
👌🥀🌺आप में कोई जादू तो है🌺🥀👌
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये सच है कि उनके सहारे लिए
ये सच है कि उनके सहारे लिए
हरवंश हृदय
■ मान्यता
■ मान्यता
*Author प्रणय प्रभात*
* रौशनी उसकी *
* रौशनी उसकी *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
करवा चौथ
करवा चौथ
Vindhya Prakash Mishra
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा
Rashmi Sanjay
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
नौकरी (२)
नौकरी (२)
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
मोहब्बत कर देती है इंसान को खुदा।
मोहब्बत कर देती है इंसान को खुदा।
Surinder blackpen
विश्वास की मंजिल
विश्वास की मंजिल
Buddha Prakash
इंसान की सूरत में
इंसान की सूरत में
Dr fauzia Naseem shad
ऐ लड़की!
ऐ लड़की!
Shekhar Chandra Mitra
Loading...