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23 Aug 2021 · 1 min read

रक्षाबंधन

बंधन है यह एक ऐसा
बहनों के लिए भाई
खड़े हैं चट्टान जैसा,
आंच न आए कोई
बहनें भयभीत न हो
वचनबद्ध भाई हैं वैसा ;
महज एक धागा नहीं
धर्म जात पात का नहीं
रिश्ता है जज़्बात का,
बहनों की खुशी के लिए
कितने भाईयों ने अपना
सबकुछ न्यौछावर कर दिया।

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 238 Views
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