Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2024 · 1 min read

*रंग-बिरंगी दुनिया फिल्मी*

रंग-बिरंगी दुनिया फिल्मी
**********************

तती तेज धूप दी गरमी,
आ गई काले मन च नरमी।

चित तेरे विच मन गवाचा,
गल कही मै सच सी धरमी।

कोई किसे दा मीत होया,
खुद दे कर्म सच्चे हैँ करमी।

जुल्मा दे हत्थी रहम नहीं,
जुल्म कमाए सदा जुल्मी।

मनसीरत कदे ना नेड़े-तेड़े,
रंग बिरंगी दुनिया फिल्मी।
***********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अच्छा लगना
अच्छा लगना
Madhu Shah
You do good....they criticise you...you do bad....they criti
You do good....they criticise you...you do bad....they criti
पूर्वार्थ
बहे संवेदन रुप बयार🙏
बहे संवेदन रुप बयार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शक करके व्यक्ति अपने वर्तमान की खुशियों को को देता है रिश्तो
शक करके व्यक्ति अपने वर्तमान की खुशियों को को देता है रिश्तो
Rj Anand Prajapati
"बेज़ारे-तग़ाफ़ुल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को
Bindesh kumar jha
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
अर्चना मुकेश मेहता
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
ख्वाबों में मिलना
ख्वाबों में मिलना
Surinder blackpen
चाँद
चाँद
Davina Amar Thakral
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
भूलने दें
भूलने दें
Dr.sima
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
आज तू नहीं मेरे साथ
आज तू नहीं मेरे साथ
हिमांशु Kulshrestha
कुछ निशां
कुछ निशां
Dr fauzia Naseem shad
विलीन
विलीन
sushil sarna
हर वो दिन खुशी का दिन है
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
18. कन्नौज
18. कन्नौज
Rajeev Dutta
"जानिब"
Dr. Kishan tandon kranti
सृष्टि की रचना हैं
सृष्टि की रचना हैं
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मानो देश भर में
मानो देश भर में
*प्रणय प्रभात*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सीपी में रेत के भावुक कणों ने प्रवेश किया
सीपी में रेत के भावुक कणों ने प्रवेश किया
ruby kumari
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
Paras Nath Jha
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
स्वतंत्र ललिता मन्नू
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
Ranjeet kumar patre
3825.💐 *पूर्णिका* 💐
3825.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सच और झूँठ
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
Loading...