Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता

रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
देख गुलाबी रंग मन फूल-सा खिल जाता
गुलाबी पोशाक पहन चेहरा मेरा दमक जाता
हर्ष तन-अंतर्मन में गुलाबी अहसास हो जाता
गुलाबी ठंड, गुलाबी रंग उत्साह उमंग जगाता है
पिया की गुलाबी आदत मुझें इश्क में डुबाता है
बच्चों का गुलाबी शरारत मुझ नेह से भर जाता है
देखा नभ हुई शाम गुलाबी चिर भाव उर समाता है
सांझ शंख,घंटी आवाज से कान्हा में समा जाता है
नयन,अधर,गाल गुलाबी नयन एकटक रह जाता है
समझ सकें मेरे लफ्ज गुलाबी वह अपना हो जाता है।
– सीमा गुप्ता

Language: Hindi
67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Seema gupta,Alwar
View all
You may also like:
टीस
टीस
Shekhar Chandra Mitra
कितना सकून है इन , इंसानों  की कब्र पर आकर
कितना सकून है इन , इंसानों की कब्र पर आकर
श्याम सिंह बिष्ट
ग्रीष्म ऋतु भाग 1
ग्रीष्म ऋतु भाग 1
Vishnu Prasad 'panchotiya'
बहुआयामी वात्सल्य दोहे
बहुआयामी वात्सल्य दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
If you have believe in you and faith in the divine power .yo
If you have believe in you and faith in the divine power .yo
Nupur Pathak
गुरु चरण
गुरु चरण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल को कोई फिर
दिल को कोई फिर
Dr fauzia Naseem shad
ये जिंदगी एक उलझी पहेली
ये जिंदगी एक उलझी पहेली
VINOD KUMAR CHAUHAN
वापस लौट आते हैं मेरे कदम
वापस लौट आते हैं मेरे कदम
gurudeenverma198
बेङ्ग आ टिटही (मैथिली लघुकथा)
बेङ्ग आ टिटही (मैथिली लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
#गीत
#गीत
*Author प्रणय प्रभात*
अब मेरी आँखों ने आँसुओ को पीना सीख लिया है,
अब मेरी आँखों ने आँसुओ को पीना सीख लिया है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
..सुप्रभात
..सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
दीवानों की बातें दीवानी, होती है।
दीवानों की बातें दीवानी, होती है।
Taj Mohammad
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
“गुरुनानक जयंती 08 नवम्बर 2022 पर विशेष” : आदर एवं श्रद्धा के प्रतीक -गुरुनानक देव
“गुरुनानक जयंती 08 नवम्बर 2022 पर विशेष” : आदर एवं श्रद्धा के प्रतीक -गुरुनानक देव
सत्य भूषण शर्मा
*पापड़ कौन बनाता घर में (हिंदी गजल/गीतिका)*
*पापड़ कौन बनाता घर में (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
दोहा
दोहा
Dushyant Baba
हम सब एक है।
हम सब एक है।
Anamika Singh
"देख मेरा हरियाणा"
Dr Meenu Poonia
'रावण'
'रावण'
Godambari Negi
Right way
Right way
Dr.sima
My Lord
My Lord
Kanchan Khanna
नीड़ फिर सजाना है
नीड़ फिर सजाना है
Saraswati Bajpai
2325.पूर्णिका
2325.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बाबूजी।
बाबूजी।
Anil Mishra Prahari
मुझे     उम्मीद      है ए मेरे    दोस्त.   तुम.  कुछ कर जाओग
मुझे उम्मीद है ए मेरे दोस्त. तुम. कुछ कर जाओग
Anand.sharma
💐प्रेम कौतुक-408💐
💐प्रेम कौतुक-408💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
द्रोपदी फिर.....
द्रोपदी फिर.....
Kavita Chouhan
Loading...