Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jul 2022 · 1 min read

योग

ॐ योग और अध्यात्म ॐ
🧎🤸🧎🤸🧎🤸🧎

धारण करना है धर्म- शास्त्र बतलाता है।
भगवत् धर्म हीं योग मार्ग कहलाता है।

विस्तार- रस- सेवा- तद्स्थिति हीं ‘भगवत् धर्म’ है।
धर्म का पालन अनुशीलन हीं अध्यात्मिक पथ है।

तद्स्थिति प्रतिसंचर धारा भवसागर तक जाना है।
जीवात्मा का ईश्वर में मिलन- मुक्ति मोक्ष पाना है।

यही मिलन योगाभ्यासी नियमित साधना से करते हैं।
साधना से दीर्धायु, कुशाग्र आत्मीय विकास करते हैं।

साधना सें तन मन आत्मा का ‘एकिकरण’ हो जाता है।
अणुमन भूमामन में विलीन हो कर शिव तक जाता है।

सदाशिव समाज को ‘तांत्रिक योग’ का पथ दिखलाये।
कृष्ण ने गीता में योग की गुणवत्ता महातम्य समझाये।

ऋषिश्रेष्ठ पतंजली अष्टांग योग विद्यामाया की विधि बतलाये।
यम-नियम प्राणायाम-प्रत्याहार धारणा-ध्यान से समाधी पायें।

विद्यामाया तंत्र अष्टांग योग से मिल कर मानव को पूर्णत्व देता है।
देहिक मानसिक अध्यात्मिक विकास से साधक मुक्त हो जाता है।

असाध्य रोगों का निवारण योगासनों से संभव है।
सत्व, रजस और तमस गुणों से कुण्ठित मानव है।

तन में चेतनता और ओज योग समाविष्ट करता है।
ओज साधक को परक्ष लक्ष्य शिव तक पहुँचाता है।

योग प्रचार सर्वहित- शुभफलाफलकारी है।
गुहा का तप और सिद्धि मार्ग स्वार्थपरता है।

समाजिक सेवा और जनकल्यण कर मानव महान बनता है।
नवचक्र जागृत कर अमृत क्षरण का परमानंद-मोक्ष पाता है।

डॉ. कवि कुमार निर्मल
DrKavi Kumar Nirmal
बेतिया, पश्चिम चंपारण
बिहार

Bettiah Bihar
9708055684

Language: Hindi
Tag: कविता
3 Likes · 1 Comment · 171 Views
You may also like:
একটি চিঠির খসড়া
একটি চিঠির খসড়া
Sakhawat Jisan
जातिगत आरक्षण
जातिगत आरक्षण
Shekhar Chandra Mitra
सरस्वती बुआ जी की याद में
सरस्वती बुआ जी की याद में
Ravi Prakash
वह दौर भी चिट्ठियों का अजब था
वह दौर भी चिट्ठियों का अजब था
श्याम सिंह बिष्ट
मनुज जन्म का गीत है गीता, गीता जीवन का सार है
मनुज जन्म का गीत है गीता, गीता जीवन का सार...
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गाछ (लोकमैथिली हाइकु)
गाछ (लोकमैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
काश़ वो वक़्त लौट कर
काश़ वो वक़्त लौट कर
Dr fauzia Naseem shad
कविता: सपना
कविता: सपना
Rajesh Kumar Arjun
🌲प्रकृति
🌲प्रकृति
Pt. Brajesh Kumar Nayak
“आसमान सँ खसलहूँ आ खजूर पर अटकलहूँ”
“आसमान सँ खसलहूँ आ खजूर पर अटकलहूँ”
DrLakshman Jha Parimal
"माटी तेरे रंग हजार"
Dr. Kishan tandon kranti
वीणा का तार 'मध्यम मार्ग '
वीणा का तार 'मध्यम मार्ग '
Buddha Prakash
इस सलीके से तू ज़ुल्फ़ें सवारें मेरी,
इस सलीके से तू ज़ुल्फ़ें सवारें मेरी,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
About my first poem
About my first poem
ASHISH KUMAR SINGH
*नन्ही सी गौरीया*
*नन्ही सी गौरीया*
Shashi kala vyas
अकेला चलने का जिस शख्स को भी हौसला होगा।
अकेला चलने का जिस शख्स को भी हौसला होगा।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जाड़े की दस्तक को सुनकर
जाड़े की दस्तक को सुनकर
Dr Archana Gupta
■ आलेख / चुनावी साल-2023
■ आलेख / चुनावी साल-2023
*Author प्रणय प्रभात*
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
अब आये हो तो वो बारिश भी साथ लाना, जी भरकर रो कर, जिससे है हमें उबर जाना।
अब आये हो तो वो बारिश भी साथ लाना, जी...
Manisha Manjari
जन्म कुण्डली के अनुसार भूत प्रेत के अभिष्ट योग -ज्योतिषीय शोध लेख
जन्म कुण्डली के अनुसार भूत प्रेत के अभिष्ट योग -ज्योतिषीय...
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ईश्वर का जाल और मनुष्य
ईश्वर का जाल और मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
ये आँखों से बहते अश्क़
ये आँखों से बहते अश्क़
'अशांत' शेखर
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati
जितना अता किया रब,
जितना अता किया रब,
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-478💐
💐प्रेम कौतुक-478💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हमको किस के सहारे छोड़ गए।
हमको किस के सहारे छोड़ गए।
Taj Mohammad
दूर तलक कोई नजर नहीं आया
दूर तलक कोई नजर नहीं आया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
देखता हूँ प्यासी निगाहों से
देखता हूँ प्यासी निगाहों से
gurudeenverma198
इम्तिहान
इम्तिहान
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...