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9 Oct 2024 · 1 min read

ये मुनासिब नहीं हमारे लिए ,

ये मुनासिब नहीं हमारे लिए ,
अपनी फुर्सत में तुम हमें रख लो।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 25 Views
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