ये कुछ सवाल है

ये कुछ सवाल है,
जिनके जवाब तुमसे चाहिए,
क्योंकि मुझको तुमसे ही प्यार है,
तुमसे इतना बदनाम होने के बाद भी,
क्यों आता हूँ तुमसे मिलने मैं,
बार बार तुम्हारी दर पर।
ये कुछ सवाल है,
जिनकी हकीकत तुमसे ही,
मैं जानना चाहता हूँ,
क्यों तुमको डर है मुझसे,
क्या हुई है मुझसे गलती,
जिससे हुआ हूँ मैं आज,
इतना दूर तुमसे।
ये कुछ सवाल है,
जो पूछना चाहता हूँ तुमसे,
क्यों है खामोश तू ऐसे,
क्या नहीं किया है मैंने,
तुम्हारी खुशी के लिए।
ये कुछ सवाल है,
जो मालूम है तुमको भी,
कि गलती है दोनों की ही,
लेकिन तुम गुमराह हो,
और मैं सावधान लोगों से,
जो पूछ सकते हैं कल हमसे।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)