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15 Mar 2022 · 1 min read

यूरोपीय नवजागरण

आज से पांच सौ साल पहले ही यूरोप में जो पत्र-पत्रिकाएं निकलती थीं, जो पुस्तकालय-वाचनालय खुले थे और जो तर्क-वितर्क का माहौल था-वह भारत में आज भी दुर्लभ है। आप ही बताएं यहां वैज्ञानिक क्रांति होगी भी तो कैसे?
#नवजागरण #renaissance #हल्ला_बोल
#Revolution #क्रांति #विद्रोह #जयभीम

Language: Hindi
359 Views
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