Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2016 · 1 min read

याद जब आती है

दिल जबसे टूटा है
बिखरे है अरमान कहीं
और खोया है चैन कहीं
अब तो तन्हाई राते है
कभी रोते है,कभी मुस्कुराते है |

अकेले छुप -छुप के
उन्हे देखते है !
खामोश है ज़िंदगी
जुबाँ अब दर्द बयां करती नहीं
याद जब आती है
कहीं छुप के रो लेते है |

इस बात का ऐहसास भी है
और हम जानते भी है ,
वो अब किसी और का है
वो खुश है मुझसे दूर रहकर
ये बात जानकर हम
हंसके दर्द सह लेते है |

वो पगली न समझी
मेरी चाहत को,तो क्या हुआ ?
पर नहीं हम उनसे खफ़ा
उस बेखबर की पता
आज भी हम उनकी सहेलियों से
पूछ लिया करते है |

उम्मीद क्यो करे भला उनसे
ज़िंदगी में लौट के आने की
उनकी चाहत को चाहत समझकर
हम प्रेम ज़हर पी लेते है

Language: Hindi
464 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dushyant Kumar Patel
View all
You may also like:
हाँ, कल तक तू मेरा सपना थी
हाँ, कल तक तू मेरा सपना थी
gurudeenverma198
उसके और मेरे दरमियान
उसके और मेरे दरमियान
shabina. Naaz
सकट चौथ की कथा
सकट चौथ की कथा
Ravi Prakash
तुम्हें देखा
तुम्हें देखा
Anamika Singh
नसीहत
नसीहत
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
आब आहीं हमर गीत बनल छी ,रचना केँ श्रृंगार बनल छी, मिठगर बोली
आब आहीं हमर गीत बनल छी ,रचना केँ श्रृंगार बनल छी, मिठगर बोली
DrLakshman Jha Parimal
फिर कभी तुमको बुलाऊं
फिर कभी तुमको बुलाऊं
Shivkumar Bilagrami
आंखे, बाते, जुल्फे, मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो।
आंखे, बाते, जुल्फे, मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो।
Vishal babu (vishu)
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
Mukesh Kumar Sonkar
यकीन नहीं होता
यकीन नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
शांति युद्ध
शांति युद्ध
Dr.Priya Soni Khare
"भैयादूज"
Dr Meenu Poonia
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2604.पूर्णिका
2604.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है।
गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है।
Taj Mohammad
#स्मृति_शेष (संस्मरण)
#स्मृति_शेष (संस्मरण)
*Author प्रणय प्रभात*
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
✍️लोकशाही✍️
✍️लोकशाही✍️
'अशांत' शेखर
तेरी मेरी तस्वीर
तेरी मेरी तस्वीर
Neeraj Agarwal
घर घर तिरंगा हो।
घर घर तिरंगा हो।
Rajesh Kumar Arjun
कलम की ताकत
कलम की ताकत
Seema gupta,Alwar
प्रेम का दीप जलाया जाए
प्रेम का दीप जलाया जाए
अनूप अम्बर
*** सागर की लहरें........!!! ***
*** सागर की लहरें........!!! ***
VEDANTA PATEL
कैसे देख पाओगे
कैसे देख पाओगे
ओंकार मिश्र
जीवन में ही सहे जाते हैं ।
जीवन में ही सहे जाते हैं ।
Buddha Prakash
अगनित उरग..
अगनित उरग..
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रूप अलौकिक हे!जगपालक, व्यापक हो तुम नन्द कुमार।
रूप अलौकिक हे!जगपालक, व्यापक हो तुम नन्द कुमार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
शायरी की तलब
शायरी की तलब
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
किसका चौकीदार?
किसका चौकीदार?
Shekhar Chandra Mitra
Loading...