Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2022 · 1 min read

यादों का नशा

मैं तो लड़खड़ा के चला ही था कि
संभलने वाले भी गिर गए थे

चलो हुआ यह भी ठीक कि हम
तुम्हारी यादों में घिर गए थे

पिलाने वाले या पीने वाले
वहांँ थे जो सब बिखर गए थे

तुम्हारी बातों का था वह आलम
ना पीने वाले भी गिर गए थे

दुखों का सागर दुखों की कश्ती
बढ़ा के हम भी उतर गए थे

दुखों को सुनकर वो सुनने वाले
कहेंगे हम कब संवर गए थे

संवरना क्या था और क्या बचा था
जो कुछ बचे थे बिखर गए थे

बिखर के यूं हम खड़े हुए तो
संभलने वाले भी गिर गए थे

मैं तो लड़खड़ा के चला ही था कि
संभलने वाले भी गिर गए थे

-मोहन

4 Likes · 73 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
'अ' अनार से
'अ' अनार से
Dr. Kishan tandon kranti
नव वर्ष
नव वर्ष
Satish Srijan
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
यह तेरा चेहरा हसीन
यह तेरा चेहरा हसीन
gurudeenverma198
💐अज्ञात के प्रति-75💐
💐अज्ञात के प्रति-75💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शान्त हृदय से खींचिए,
शान्त हृदय से खींचिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हर कोई जिन्दगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
हर कोई जिन्दगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
कवि दीपक बवेजा
जो होता है सही  होता  है
जो होता है सही होता है
Anil Mishra Prahari
“ हमारा फेसबूक और हमरा टाइमलाइन ”
“ हमारा फेसबूक और हमरा टाइमलाइन ”
DrLakshman Jha Parimal
हनुमानजी
हनुमानजी
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
फुलों कि  भी क्या  नसीब है साहब,
फुलों कि भी क्या नसीब है साहब,
Radha jha
आदमी को जिंदगी में कुछ कमाना चाहिए (हिंदी गजल/ गीतिका)
आदमी को जिंदगी में कुछ कमाना चाहिए (हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
फ़ितरत को जब से
फ़ितरत को जब से
Dr fauzia Naseem shad
दिन भर जाने कहाँ वो जाता
दिन भर जाने कहाँ वो जाता
डॉ.सीमा अग्रवाल
गुरुकुल शिक्षा
गुरुकुल शिक्षा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
तरुण सिंह पवार
हैंडपंपों पे : उमेश शुक्ल के हाइकु
हैंडपंपों पे : उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"सच कहूं _ मानोगे __ मुझे प्यार है उनसे,
Rajesh vyas
#एक_कविता
#एक_कविता
*Author प्रणय प्रभात*
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
Er.Navaneet R Shandily
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
Dushyant kumar Patel
वाह ! मेरा देश किधर जा रहा है ।
वाह ! मेरा देश किधर जा रहा है ।
कृष्ण मलिक अम्बाला
प्यार का मौसम
प्यार का मौसम
Shekhar Chandra Mitra
अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें
अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
मेरी सफर शायरी
मेरी सफर शायरी
Ms.Ankit Halke jha
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं
Simmy Hasan
इक अजीब सी उलझन है सीने में
इक अजीब सी उलझन है सीने में
करन मीना ''केसरा''
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
Arvind trivedi
कहमुकरी
कहमुकरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
उफ़ वो उनकी कातिल भरी निगाहें,
उफ़ वो उनकी कातिल भरी निगाहें,
Vishal babu (vishu)
Loading...