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13 Nov 2016 · 1 min read

यादें

यादों की लौ से,
ख़ुशियाँ मुस्कानों की,
समय का समन्दर
सूखा देती हैं !

डा॰ नरेन्द्र कुमार तिवारी

Language: Hindi
Tag: कविता
405 Views
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