Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2021 · 3 min read

यह संसार तरंगो का संसार है, जो देते हैं वही लौट कर आता है। – आनंदश्री

यह संसार तरंगो का संसार है, जो देते हैं वही लौट कर आता है। – आनंदश्री

क्या अपने लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन के बारे में सुना है। या दि सीक्रेट्स किताब तो जरूर पढ़ी होगी , अगर नहीं पढ़ी है तो आप तुरंत उसे पढ़ना शुरू करे। यह चौथा डोज आपको ” लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन ” के बारे में अवगत करता है। मन का आप इसमें महारत हासिल करे।
आप उन सभी चमत्कारों पर चकित होंगे जो एक बार इस डोज को करने के बाद आपके जीवन में प्रकट होने लगते हैं।

आकर्षण का नियम एक सार्वभौमिक नियम है जो हर समय मौजूद रहता है ठीक गुरुत्वाकर्षण के नियम की तरह। सीधे शब्दों में कहें, इसका अर्थ है “पसंद, पसंद को आकर्षित करते है । ” आकर्षण का नियम कहता है कि विचार ऊर्जा और प्रक्षेपित ऊर्जा (Projected Energy ) आकर्षित करती है। नतीजतन, हम अपने विचार और प्रक्षेपित ऊर्जा के अनुसार चीजों को अपने जीवन में आकर्षित करते हैं। सीधे शब्दों में कहें, हम अपने जीवन में आकर्षित करते हैं जो हम अपने चेतन मन द्वारा को निर्देशित करते है। जो विचार होश और जोश में करते है वह प्रकट होते है। तो मूल रूप से इसका मतलब यह है कि आप जो कुछ भी ” बोलेंगे ” वह वजूद में आएगी। इसलिए यदि आप किसी स्थिति से तेजी से वापस उछालने की कोशिश कर रहे हैं, तो अपने को बदलना महत्वपूर्ण है। यदि आप अपने जीवन में महान चीजों को आकर्षित करना चाहते हैं, तो आपको आज ही शुरुआत करनी होगी।

कोरोना के बाद नए जीवन का निर्माण के लिए मन के वेक्सीन के इस चरण का प्रयोग करे।
इस डोज का प्रयोग हमेशा उन महान चीजों को आकर्षित करने और प्राप्त करने के लिए करना चाहिए जो आप चाहते हैं, न की उसके लिए जो आप नहीं चाहते है। आकर्षण का नियम हमेशा काम करता है। पुरे पृथ्वी ग्रह पर , सारे देश वासियो के लिए समान रूप से कार्य करता है।
आप वहां जो कुछ भी पेश कर रहे हैं, वह वही है जो आप वापस अपनी ओर आकर्षित करेंगे। क्या बढ़िया नियम है न ! बस अपने “सचेत” मन और ” अवचेतन” मन को रीप्रोग्रामिंग को रीप्रोग्रामिंग करना है।

अपने तरंग के फ्रीक्वेंसी को बढ़ाये –
हम अभी जो बाते करने जा रहे है वह है तरंगो की दुनिया की। हम सब इसके हिस्सेदार है। छोटा, बड़ा, स्त्री , पुरुष , आमिर, गरीब , अच्छा , बुरा सब के सब तरंगो से जुड़े है। आपके विचारों द्वारा आप अपने संसार का निर्माण करते है। अपने चरित्र का निर्माण करते है। कभी-कभी यह आपके तरीके से काम करता है और कभी-कभी ऐसा नहीं करते हैं। अपने तरीके से काम करने के लिए आपको चाहिए कि आपको सुनिश्चित करने के लिए हमेशा सकारात्मक ऊर्जा को प्रक्षेपित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अपने जीवन में सकारात्मक चीजों को आकर्षित करे।

आपका वायब्रेशन को बढ़ाने के लिए बस यह करे
आप हमेशा प्यार, शांति, खुशी और कृतज्ञता की स्थिति में हैं-और आप हर समय सकारात्मक ऊर्जा का प्रक्षेपण करते रहेंगे। प्रेम, शांति, आनंद और कृतज्ञता परम उच्चतम स्पंदनात्मक अवस्थाएँ हैं।
अपने आप को मन कि उस अवस्था पर जाकर जीवन जीना शुरू करेंगे जो आपकी सभी इच्छाओं को आकर्षित करना शुरू कर देंग।ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप आसानी से इन उच्च कंपन अवस्थाओं में प्रवेश कर सकते हैं। थोड़े से के साथ थोड़ा सा प्रशिक्षण, आप अपनी ऊर्जा को एक पल में आसानी से स्थानांतरित करने में सक्षम होंगे। मैंने कुछ ध्यान कि विधि बनायी है जिससे अआप अपने उच्च तरंग की अवस्था को आसानी से प्राप्त कर सकते है।

प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
आध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइन्डसेट गुरु
मुम्बई

Language: Hindi
Tag: लेख
155 Views
You may also like:
आरंभ
आरंभ
Saraswati Bajpai
साधु न भूखा जाय
साधु न भूखा जाय
श्री रमण 'श्रीपद्'
फेमस होने के खातिर ही ,
फेमस होने के खातिर ही ,
Rajesh vyas
यूँही कुछ मसीहा लोग बेवजह उलझ जाते है
यूँही कुछ मसीहा लोग बेवजह उलझ जाते है
'अशांत' शेखर
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Aadarsh Dubey
जीवन की विफलता
जीवन की विफलता
Dr fauzia Naseem shad
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
पौष की सर्दी/
पौष की सर्दी/
जगदीश शर्मा सहज
तुम नहीं आये
तुम नहीं आये
Surinder blackpen
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
■ कटाक्ष
■ कटाक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
"फोटोग्राफी"
Dr. Kishan tandon kranti
तिरंगा
तिरंगा
Dr Archana Gupta
*मौसम बदल गया*
*मौसम बदल गया*
Shashi kala vyas
'रावण'
'रावण'
Godambari Negi
दिव्यांग भविष्य की नींव
दिव्यांग भविष्य की नींव
Rashmi Sanjay
माँ
माँ
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आज़ाद
आज़ाद
Satish Srijan
**चरम सीमा पर अश्लीलता**
**चरम सीमा पर अश्लीलता**
गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार
Writing Challenge- ईर्ष्या (Envy)
Writing Challenge- ईर्ष्या (Envy)
Sahityapedia
💐भगवतः दानस्य प्रकारा:💐
💐भगवतः दानस्य प्रकारा:💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"समय से बड़ा जादूगर दूसरा कोई नहीं,
तरुण सिंह पवार
Jindagi ka safar bada nirala hai ,
Jindagi ka safar bada nirala hai ,
Sakshi Tripathi
*महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】*
*महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】*
Ravi Prakash
नवगीत: ऐसा दीप कहाँ से लाऊँ
नवगीत: ऐसा दीप कहाँ से लाऊँ
Sushila Joshi
ईवीएम हटाओ
ईवीएम हटाओ
Shekhar Chandra Mitra
बंजर जमीं सा था वजूद मेरा।
बंजर जमीं सा था वजूद मेरा।
Taj Mohammad
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
gurudeenverma198
शेर
शेर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
संसद को जाती सड़कें
संसद को जाती सड़कें
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...