Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2020 · 1 min read

यह बात कह गया था वो महान शहीद अमर

यह बात कह गया था वो महान शहीद अमर
है देश की स्वच्छता स्वाधीनता से भी बढ़कर।
गंगा जी की डुबकियाँ किसे स्वर्ग ले जाती हैं
स्वच्छता ही धरती को स्वर्ग जैसा बनाती है।
यदि वायु-भूमि जल-ध्वनि दूषित करते रहेंगे
रोग-निमंत्रण पथ पे ही हम आगे बढ़ते रहेंगे।
स्वच्छ्ता हेतु जब तक हम वचनबद्ध न बनेंगे
स्वच्छ भारत बस बापू के ऐनक में ही दिखेंगे।
आओ प्रण ले हम भारत को स्वच्छ बनाने की
गांधीजी के स्वच्छ्ता-स्वप्न को सत्य बनाने की।।

-जॉनी अहमद “क़ैस”

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 2 Comments · 151 Views
You may also like:
ਕੋਈ ਨਾ ਕੋਈ #ਖ਼ਾਮੀ ਤਾਂ
ਕੋਈ ਨਾ ਕੋਈ #ਖ਼ਾਮੀ ਤਾਂ
Surinder blackpen
"तुम्हारे रहने से"
Dr. Kishan tandon kranti
✍️गहरी बात✍️
✍️गहरी बात✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Raat gai..
Raat gai..
Vandana maurya
शख्स या शख्शियत
शख्स या शख्शियत
Dr.S.P. Gautam
बगल में छुरी
बगल में छुरी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सुरज से सीखों
सुरज से सीखों
Anamika Singh
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हो नहीं जब पा रहे हैं
हो नहीं जब पा रहे हैं
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
Rose Day 7 Feb 23
Rose Day 7 Feb 23
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आपकी सोच
आपकी सोच
Dr fauzia Naseem shad
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Sakshi Tripathi
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
बेटियां
बेटियां
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
மர்மம்
மர்மம்
Shyam Sundar Subramanian
उसकी जुबाँ की तरकश में है झूठ हजार
उसकी जुबाँ की तरकश में है झूठ हजार
'अशांत' शेखर
■ मंगलमय गणतंत्र....
■ मंगलमय गणतंत्र....
*Author प्रणय प्रभात*
कब मरा रावण
कब मरा रावण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
“ सर्वे संतु निरामया”
“ सर्वे संतु निरामया”
DrLakshman Jha Parimal
जाति जनगणना
जाति जनगणना
मनोज कर्ण
नहीं    माँगूँ  बड़ा   ओहदा,
नहीं माँगूँ बड़ा ओहदा,
Satish Srijan
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*आवारा कुत्तों से बचना, समझो टेढ़ी खीर (गीत)*
*आवारा कुत्तों से बचना, समझो टेढ़ी खीर (गीत)*
Ravi Prakash
अहद
अहद
Pratibha Kumari
सखी री, होली के दिन नियर आईल, बलम नाहिं आईल।
सखी री, होली के दिन नियर आईल, बलम नाहिं आईल।
राकेश चौरसिया
आज की प्रस्तुति: भाग 7
आज की प्रस्तुति: भाग 7
Rajeev Dutta
आखिरी शब्द
आखिरी शब्द
Pooja Singh
कुछ आदतें बेमिसाल हैं तुम्हारी,
कुछ आदतें बेमिसाल हैं तुम्हारी,
Deepak Kumar Srivastava नील पदम्
💐अज्ञात के प्रति-79💐
💐अज्ञात के प्रति-79💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्यार का मौसम
प्यार का मौसम
Shekhar Chandra Mitra
Loading...