यह तो वक़्त ही बतायेगा

किसी ने कहा कि आप महान हो,
क्योंकि उसने देखा था मेरी ईमानदारी,
किसी ने कहा कि आप बहुत अच्छे हो,
क्योंकि उसने देखी थी मेरी आत्मा ,
और किसी ने कहा कि मैं गलत हूँ ,
क्योंकि उसने देखा था मेरे सच को।
अब यह तो वक़्त ही बतायेगा,
कि मैं कितना सच्चा और झूठा हूँ ,
कि मैं कितना ईमानदार और भ्रष्ट हूँ,
यह तो वक़्त ही तय करेगा अब,
कि मैं कितना महान और पापी हूँ
कि मैं कितना अच्छा और बुरा हूँ।
वह जो मेरे दिल के करीब है,
कहता है मुझको वह अधम,
क्योंकि उसको नफरत है मुझसे,
फिर भी आग उस दिल में भी है,
जो जला रही है मेरे लिए उस दिल को,
धीरे – धीरे वह ले रही है एक रूप,
और तलाश रही है एक माध्यम,
मुझ तक पहुंचने के लिए सच में।
मोहब्बत उसको भी है मुझको,
फूल उस गुलशन में भी महका है,
मगर कुछ नियमों में वह बन्ध है,
समाज और परिवार का भय है,
यह तो वक़्त ही बतायेगा कि,
कब उसके बढ़ेंगे कदम मेरी तरफ।
किसी ने कहा है कि वह मजबूर है,
और मैं जी आजाद हूँ जीवन में,
वह कैद है एक सवाल बनकर,
अब कब मिलेगा उससे जवाब,
इस सवाल और उसकी आजादी का,
और कब चमकेगा सितारा हमारे प्रेम का,
यह तो वक्त ही बतायेगा।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847