यह चित्र कुछ बोलता है

रजाई, कंबल में सोने वाले ही सर्दी जुकाम के शिकार होते हैं
प्रतिदिन गोली, सीरप का सेवन करते हुए ही जीवन व्यतीत करते हैं।
हमारा जीवन तो ऐसा ही है
हम तो बिंदास जीवन जीते हैं
हमसे तो यह सर्दी डरते हुए कोसो दूर रह्ती है।
राकेश कुमार राठौर
चाम्पा (छत्तीसगढ़)