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9 Feb 2022 · 1 min read

यही है जीवन

चलते रहना है हमें
हो खुशी या हो गम
पीछे मुड़ नहीं सकते
बस यही है जीवन।।

खुद ही पोंछ लो आंसू
आंखें तेरी हो गर नम
सबका अपना संघर्ष है
बस यही है जीवन।।

मिले खुशी के जो पल
जीकर खुश हो जाए मन
रहे न फिर मलाल कोई
बस यही है जीवन।।

रहेगा ये जीवन तबतक
जबतक साथ देगा ये तन
है आत्मा और शरीर साथ
जबतक, तभी तक है जीवन।।

कोई खुश है झोंपड़ी में भी
किसी को महल में भी नहीं चैन
लेकर आए सब अपनी अपनी
किस्मत, बस यही है जीवन।।

बांटोगे खुशियों को गर
खुश रहेगा यहां हर जन
मिलेगी दुआएं लोगों की
तुम्हें, बस यही है जीवन।।

निभाना है रिश्तों को हमें
देना है हमें प्यार सबको
जितना भी मिला ये जीवन
जीयो तुम भरपूर इसको
बस यही है जीवन।।

Language: Hindi
Tag: कविता
10 Likes · 5 Comments · 351 Views

Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'

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