यही दोस्ती है❤️

ज़िन्दगी के इस सफर में चलते – चलते ,
कई अंजान लोगो से मिलते – मिलते ,
किसी की रूह से तुम्हारी रूह का जुड़ जाना ,
हाँ ये दोस्ती है।
बिन कुछ सोचे , बिन कुछ समझे ,
मदत का हाथ बढ़ाना ,
हर अच्छे बुरे समय में साथ निभाना ,
हाँ ये दोस्ती है।
गलती होने पर बेशक हज़ार लफ्ज़ सुनना ,
और आख़िर में खुद ही सही राह दिखाना ,
सदा ही मेरा साया बन ,
मेरे साथ – साथ ही चलते जाना,
हाँ ये दोस्ती है ।
परख बेशक मुझे हजारों की नहीं,
मगर मेरा मेरे दोस्त को करोड़ों की भीड़ में पहचान जाना ,
उसका मेरी हर बात को दिल से लगाना ,
कभी रूठना कभी मनाना
हाँ यही तो दोस्ती है।
🦋 स्कंदा जोशी