Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2021 · 1 min read

मोबाइल

मोबाइल में है भरा ,मनोकामना मंत्र।
जब चाहो आदेश दो, खुल जायेगा यंत्र।। १

लगा एक टक फोन पर, बचपन बैठा मौन।
मात पिता भी व्यस्त हैं, इसे बचाये कौन ।। २

खेल कूद को छोड़ कर, लिए फोन को थाम।
लगा ध्यान स्क्रीन पर, पढ़ने से क्या काम।। ३

मोबाइल की लत लगी, बहुत बुरा परिणाम।
बच्चे बैठे छोड़ कर,अपने सारे काम।।४

बेकाबू बचपन हुआ,पकड़ लिया है फोन।
अब इनको मिलने लगा,एक सेल्फिश जोन।।५

मोबाइल माता पिता,और बना है मित्र।
फोटो अपना खींचते, मुँह को बना विचित्र।। ६

दिन भर चैटिंग हो रहा,वाट्सैप के संग।
मोबाइल पर कर रहा,अब बचपन हुड़दंग।।७

मोबाइल तो बन गया, सबसे घातक रोग।
सोच समझ कर कीजिये, अब इसका उपयोग।। ८

लाइलाज बीमारियां,देता अधिक प्रयोग।
मोटापा सबसे बुरा,परेशान हैं लोग।। ९

खराब करने में लगे,आँख,मगज,मति, कान।
किसी चीज़ की अति बुरी,मानव इतना जान।।१०

मोबाइल की रोशनी,आँखें लीं हैं छीन।
पड़े-पड़े खाते सभी,है बचपन गतिहीन।। ११

खत्म हुई मासूमियत, खत्म हुए हैं खेल।
घर के अंदर बंद हैं, नहीं किसी से मेल।।१२

मोबाइल पर है नयन,और नहीं कुछ काम।
दिशा हीन बचपन हुआ, साँस गईं हैं थाम।। १३

कैसे ये बचपन भरे, ऊँची नई उड़ान।
मोबाइल में झोक दी,अपनी सारी जान। १४

दिन भर मोबाइल लिए,करते क्षुब्ध दिमाग।
सबकुछ तेरा जा रहा, अब तो मानव जाग।। १५
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

2 Comments · 130 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
"अपने ही इस देश में,
*Author प्रणय प्रभात*
Writing Challenge- धन (Money)
Writing Challenge- धन (Money)
Sahityapedia
पढ़ना सीखो, बेटी
पढ़ना सीखो, बेटी
Shekhar Chandra Mitra
* ज़ालिम सनम *
* ज़ालिम सनम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहाँ लिखता है
कहाँ लिखता है
Mahendra Narayan
एक समझदार व्यक्ति द्वारा रिश्तों के निर्वहन में अचानक शिथिल
एक समझदार व्यक्ति द्वारा रिश्तों के निर्वहन में अचानक शिथिल
Paras Nath Jha
फितरत
फितरत
kavita verma
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कवि दीपक बवेजा
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
बुंदेली दोहा बिषय- नानो (बारीक)
बुंदेली दोहा बिषय- नानो (बारीक)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*गोलू चिड़िया और पिंकी (बाल कहानी)*
*गोलू चिड़िया और पिंकी (बाल कहानी)*
Ravi Prakash
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
VINOD KUMAR CHAUHAN
सहन करो या दफन करो
सहन करो या दफन करो
goutam shaw
इश्क की खुशबू।
इश्क की खुशबू।
Taj Mohammad
ज़िंदगी का सबक़
ज़िंदगी का सबक़
Dr fauzia Naseem shad
'इरशाद'
'इरशाद'
Godambari Negi
गजल_कौन अब इस जमीन पर खून से लिखेगा गजल
गजल_कौन अब इस जमीन पर खून से लिखेगा गजल
Arun Prasad
तुझसा कोई प्यारा नहीं
तुझसा कोई प्यारा नहीं
Mamta Rani
हम नही रोते परिस्थिति का रोना
हम नही रोते परिस्थिति का रोना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
प्रदूषण के दोहे
प्रदूषण के दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं
गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं
Er.Navaneet R Shandily
परिणय प्रनय
परिणय प्रनय
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
रमणीय प्रेयसी
रमणीय प्रेयसी
Pratibha Pandey
पिता जी
पिता जी
Rakesh Pathak Kathara
आसमां से आई
आसमां से आई
Punam Pande
"BETTER COMPANY"
DrLakshman Jha Parimal
अधीर मन
अधीर मन
manisha
अच्छा किया उसने मुक़र्र कर लिया अपना सफ़र,
अच्छा किया उसने मुक़र्र कर लिया अपना सफ़र,
Dr. Rajiv
Daily Writing Challenge : सम्मान
Daily Writing Challenge : सम्मान
'अशांत' शेखर
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
Loading...