Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2022 · 1 min read

मैं समंदर के उस पार था

मैं समंदर के उस पार था
तुम समंदर के इस पार थे
मैं दूसरे देश में था
तुम अपने घर में थे
मैं तुम्हारा इश्क था
तुम मेरा प्यार थे
मुझे तुमसे मिलने की जल्दी थी
तुम्हें भी मेरा इंतजार था ,
हम समंदर के उस पार थे
तुम समंदर के इस पार थे
मैं खुले समंदर में कश्ती पर था
तुम अपने घर के अंदर मस्ती में थे
मुझे अपनी ड्यूटी की चिंता थी
तुम्हें अपनी डिग्री चिंता थी
मैं समंदर के उस पार था
तुम समंदर के इस पार थे!

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बाल कहानी- प्रिया
बाल कहानी- प्रिया
SHAMA PARVEEN
है पत्रकारिता दिवस,
है पत्रकारिता दिवस,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*सुबह से शाम तक कागज-कलम से काम करते हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*सुबह से शाम तक कागज-कलम से काम करते हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
आकाश महेशपुरी
खफा है जिन्दगी
खफा है जिन्दगी
Anamika Singh
#गीत
#गीत
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-186💐
💐प्रेम कौतुक-186💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यह क्या किया तुमने
यह क्या किया तुमने
gurudeenverma198
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
प्रेमदास वसु सुरेखा
स्थायित्व कविता
स्थायित्व कविता
Shyam Pandey
धार्मिक आस्था एवं धार्मिक उन्माद !
धार्मिक आस्था एवं धार्मिक उन्माद !
Shyam Sundar Subramanian
मैं हरि नाम जाप हूं।
मैं हरि नाम जाप हूं।
शक्ति राव मणि
एक ऐसी दुनिया बनाऊँगा ,
एक ऐसी दुनिया बनाऊँगा ,
Rohit yadav
बूढ़ी मां
बूढ़ी मां
Sûrëkhâ Rãthí
आओ चलें नर्मदा तीरे
आओ चलें नर्मदा तीरे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मज़दूरों का पलायन
मज़दूरों का पलायन
Shekhar Chandra Mitra
किसकी किसकी कैसी फितरत
किसकी किसकी कैसी फितरत
Mukesh Kumar Sonkar
नित्य करते जो व्यायाम ,
नित्य करते जो व्यायाम ,
Kumud Srivastava
घबरा के छोड़ दे न
घबरा के छोड़ दे न
Dr fauzia Naseem shad
जैवविविधता नहीं मिटाओ, बन्धु अब तो होश में आओ
जैवविविधता नहीं मिटाओ, बन्धु अब तो होश में आओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सरकार और नेता कैसे होने चाहिए
सरकार और नेता कैसे होने चाहिए
Ram Krishan Rastogi
पड़ जाओ तुम इश्क में
पड़ जाओ तुम इश्क में
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
नेताम आर सी
✍️एक सच्चाई✍️
✍️एक सच्चाई✍️
'अशांत' शेखर
हे मंगलमूर्ति गणेश पधारो
हे मंगलमूर्ति गणेश पधारो
VINOD KUMAR CHAUHAN
सुंदर बाग़
सुंदर बाग़
DESH RAJ
A solution:-happiness
A solution:-happiness
Aditya Prakash
सदा के लिए
सदा के लिए
Saraswati Bajpai
तमाशाई नज़रों को।
तमाशाई नज़रों को।
Taj Mohammad
Loading...