Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Apr 2024 · 1 min read

मैं शब्दों का जुगाड़ हूं

कविता के ताल से निकली तु शब्दों का जाल है।

कविता की गहराई में छिपी तु भावो का माया जाल है।

तेरे सहारे मैं सदा अपने भावो को पिरोता हूँ

अपने पन के दाव से खुली किताब का 2 तुम तो खामोशी का खामोश हो पान हो’

* तुम्हे पढने खातिर मा समय की ना जगह की पाबन्दी है।

जहां कक मैं तेरा गुणगान तुम वही गणगौर घटा ती खिल जाती हो

मोतियों के हार की तुम वो पक्का धागा हो, जिस‌के दम पर तुम्ही को हमे रिश्तो की गाठ समझाती हो

पल तो पल का यह सफर थाम कलम ले गया यह जफर

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 93 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

#श्याम की गोपियां
#श्याम की गोपियां
Radheshyam Khatik
नई कविता
नई कविता
सरिता सिंह
लड़की होना,क्या कोई कसूर है?
लड़की होना,क्या कोई कसूर है?
Priya princess panwar
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
AJAY AMITABH SUMAN
प्रेम के रंग कमाल
प्रेम के रंग कमाल
Mamta Singh Devaa
गरीबी  बनाती ,समझदार  भाई ,
गरीबी बनाती ,समझदार भाई ,
Neelofar Khan
चाँद
चाँद
Vandna Thakur
बाल गोपाल
बाल गोपाल
Kavita Chouhan
सुंदर विचार
सुंदर विचार
Jogendar singh
*पूजा पत्नी की करो, साली जी से प्यार (हास्य कुंडलिया)*
*पूजा पत्नी की करो, साली जी से प्यार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कितने आसान थे सम्झने में
कितने आसान थे सम्झने में
Dr fauzia Naseem shad
नानी का घर
नानी का घर
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
सच्ची कविता
सच्ची कविता
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
परिवर्तन ही वर्तमान चिरंतन
परिवर्तन ही वर्तमान चिरंतन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
2636.पूर्णिका
2636.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
माँ से मिलने के लिए,
माँ से मिलने के लिए,
sushil sarna
मेरे प्यारे बच्चों
मेरे प्यारे बच्चों
Abhishek Rajhans
कही अनकही
कही अनकही
Deepesh Dwivedi
मासूमियत।
मासूमियत।
Amber Srivastava
- गहलोत अब तेरा क्या होगा -
- गहलोत अब तेरा क्या होगा -
bharat gehlot
* बताएं किस तरह तुमको *
* बताएं किस तरह तुमको *
surenderpal vaidya
काश तुम समझ सको
काश तुम समझ सको
sushil sharma
तुम सा नही...!
तुम सा नही...!
Raghuvir GS Jatav
विरह वेदना फूल तितली
विरह वेदना फूल तितली
SATPAL CHAUHAN
वीर नारायण
वीर नारायण
Dijendra kurrey
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
बदला है
बदला है
इंजी. संजय श्रीवास्तव
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
gurudeenverma198
"पायल"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...