Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2021 · 1 min read

मैं बुद्ध हो गया

█▀▀▀▀▀▀▀▀▀▀▀▀▀▀▀▀█
मैं बुद्ध हो गया
█▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄█

वेद पढ़ रहा मैं ज्ञान से शुद्ध हो गया //
मुझे तो लग रहा की मैं बुद्ध हो गया //1//

ज्योति पुंज परोक्ष का शुद्ध हो गया //
मुझे तो लग रहा की मैं बुद्ध हो गया //2//

ज्ञान सागर में डूब कर ऋद्ध हो गया //
मुझे तो लग रहा की मैं बुद्ध हो गया //3//

आत्म-मिलन नेत्र चक्षु रुद्ध हो गया //
मुझे तो लग रहा की मैं बुद्ध हो गया //4//

नवीन मोक्ष को खोजत वृद्ध हो गया //
आत्म ज्ञान से मैं पूरा समृद्ध हो गया //5//

भाव भक्ति में डूबकर सिद्ध हो गया //
मुझे तो लग रहा की मैं बुद्ध हो गया //6//

❐❐❐❖❏❏❏❐❐❐❖❏❏❏
स्वरचित
प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)
14/अगस्त/2021 शनिवार
❐❐❐❖❏❏❏❐❐❐❖❏❏❏

Language: Hindi
Tag: कविता
193 Views
You may also like:
■ दूसरा पहलू...
■ दूसरा पहलू...
*Author प्रणय प्रभात*
कान्हा हम बिसरब नहिं...
कान्हा हम बिसरब नहिं...
मनोज कर्ण
आजादी में नहीं करें हम
आजादी में नहीं करें हम
gurudeenverma198
हाइकु:-(राम-रावण युद्ध)
हाइकु:-(राम-रावण युद्ध)
Prabhudayal Raniwal
गीत- अमृत महोत्सव आजादी का...
गीत- अमृत महोत्सव आजादी का...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सड़क सुरक्षा पर दोहे
सड़क सुरक्षा पर दोहे
शांतिलाल सोनी
लालू प्रसाद यादव
लालू प्रसाद यादव
Shekhar Chandra Mitra
उसका हर झूठ सनद है, हद है
उसका हर झूठ सनद है, हद है
Anis Shah
🍀🐦तुम्हारा हर हर्फ़ मलंग सा🐦🍀
🍀🐦तुम्हारा हर हर्फ़ मलंग सा🐦🍀
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बेङ्ग आ टिटही (मैथिली लघुकथा)
बेङ्ग आ टिटही (मैथिली लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
हवा का झोका हू
हवा का झोका हू
AK Your Quote Shayari
एकलव्य:महाभारत का महाउपेक्षित महायोद्धा
एकलव्य:महाभारत का महाउपेक्षित महायोद्धा
AJAY AMITABH SUMAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
इंतजार करो
इंतजार करो
Buddha Prakash
*मुर्गा कहता (बाल कविता)*
*मुर्गा कहता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
वसुधैव कुटुंबकम् की रीत
वसुधैव कुटुंबकम् की रीत
अनूप अम्बर
झील के ठहरे पानी में,
झील के ठहरे पानी में,
Satish Srijan
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम तुमसे जब मिल नहीं पाते
हम तुमसे जब मिल नहीं पाते
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
रूह का भी निखार है
रूह का भी निखार है
Dr fauzia Naseem shad
ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग ,
ऐसा खेलना होली तुम अपनों के संग ,
कवि दीपक बवेजा
✍️आदमी ने बनाये है फ़ासले…
✍️आदमी ने बनाये है फ़ासले…
'अशांत' शेखर
मांग रहा हूँ जिनसे उत्तर...
मांग रहा हूँ जिनसे उत्तर...
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
हुनर पे शायरी
हुनर पे शायरी
Vijay kumar Pandey
मेरी एजुकेशन शायरी
मेरी एजुकेशन शायरी
Ankit Halke jha
मैं भौंर की हूं लालिमा।
मैं भौंर की हूं लालिमा।
Surinder blackpen
"कवि"
Dr. Kishan tandon kranti
हम हैं गुलाम ए मुस्तफा दुनिया फिजूल है।
हम हैं गुलाम ए मुस्तफा दुनिया फिजूल है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सत्य कभी नही मिटता
सत्य कभी नही मिटता
Anamika Singh
✍️मेरी माँ ✍️
✍️मेरी माँ ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Loading...