Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2016 · 1 min read

मैं बस एकबार..

मैं बस एकबार
मिलना चाहता हूँ तुमसे ,
ओ मेरे दिलदार..

भुलाकर शिकवे सारे,
भुलाकर दुनिया का दाह
लिपटकर गले से तुम्हारे
रोना चाहता हूँ मैं बार बार,
मैं बस एकबार..

बताकर हालात मेरे,
तुम्हारे ना करने की जिद तक
पकड़कर हाथों को तेरे
जताना चाहता हूँ मैं अपनी हार,
मैं बस एकबार.. .

नहीं ये रिश्ता तोड़कर,
नहीं तू निगाहों को मोड़ें
ओ हमदम, कभी ना जाना
मुझको अकेला छोड़कर
करता रहूँगा यही पुकार,

मैं बस एकबार
मिलना चाहता हूँ तुमसे ,
ओ मेरे दिलदार..

– नीरज चौहान

Language: Hindi
474 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
आस्था
आस्था
Shyam Sundar Subramanian
इजहार ए मोहब्बत
इजहार ए मोहब्बत
साहित्य गौरव
YOG KIJIYE SWASTHY LIJIYE
YOG KIJIYE SWASTHY LIJIYE
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🙏श्याम 🙏
🙏श्याम 🙏
Vandna thakur
बेचारे हाथी दादा (बाल कविता)
बेचारे हाथी दादा (बाल कविता)
Ravi Prakash
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Sakshi Tripathi
राम राम राम
राम राम राम
Satyaveer vaishnav
मादक अखियों में
मादक अखियों में
Dr. Sunita Singh
जब से हैं तब से हम
जब से हैं तब से हम
Dr fauzia Naseem shad
देश मे सबसे बड़ा संरक्षण
देश मे सबसे बड़ा संरक्षण
*Author प्रणय प्रभात*
गीत
गीत
Mahendra Narayan
'सनातन ज्ञान'
'सनातन ज्ञान'
Godambari Negi
कलाकृति बनाम अश्लीलता।
कलाकृति बनाम अश्लीलता।
Acharya Rama Nand Mandal
नया जमाना
नया जमाना
Satish Srijan
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
gurudeenverma198
नारी का क्रोध
नारी का क्रोध
लक्ष्मी सिंह
दिल की बात
दिल की बात
rkchaudhary2012
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
Er. Sanjay Shrivastava
Writing Challenge- वादा (Promise)
Writing Challenge- वादा (Promise)
Sahityapedia
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
Paras Nath Jha
रुकना हमारा कर्म नहीं
रुकना हमारा कर्म नहीं
AMRESH KUMAR VERMA
💐💐तुम्हें देखा तो बहुत सुकून मिला💐💐
💐💐तुम्हें देखा तो बहुत सुकून मिला💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अन्त हुआ आतंक का,
अन्त हुआ आतंक का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मन से चाहे बिना मनचाहा नहीं पा सकते।
मन से चाहे बिना मनचाहा नहीं पा सकते।
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
मौत से लड़ती जिंदगी..✍️🤔💯🌾🌷🌿
Ms.Ankit Halke jha
बद्दुआ गरीबों की।
बद्दुआ गरीबों की।
Taj Mohammad
"हाय री कलयुग"
Dr Meenu Poonia
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
Arun Kumar Yadav
2541.पूर्णिका
2541.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जलने वालों का कुछ हो नहीं सकता,
जलने वालों का कुछ हो नहीं सकता,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...