Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2024 · 1 min read

मैं खोया था जिसकी यादों में,

मैं खोया था जिसकी यादों में,
वो सो रही थी,किसी की बाहों में।
जिसे मैं शिद्दत से चाहा था,
वो छोड़ गई भटकते,गलियों में।।
~S.KABIRA

1 Like · 57 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वक्त से पहले..
वक्त से पहले..
Harminder Kaur
अनकहा
अनकहा
Madhu Shah
मेरे कृष्ण की माय आपर
मेरे कृष्ण की माय आपर
Neeraj Mishra " नीर "
" गुलाब "
Dr. Kishan tandon kranti
मिरे मिसरों को ख़यालात मत समझिएगा,
मिरे मिसरों को ख़यालात मत समझिएगा,
Shwet Kumar Sinha
सत्ता अपनी सुविधा अपनी खर्चा सिस्टम सब सरकारी।
सत्ता अपनी सुविधा अपनी खर्चा सिस्टम सब सरकारी।
*प्रणय प्रभात*
देव उठनी
देव उठनी
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
मुझ को किसी एक विषय में मत बांधिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
3762.💐 *पूर्णिका* 💐
3762.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गाँव की प्यारी यादों को दिल में सजाया करो,
गाँव की प्यारी यादों को दिल में सजाया करो,
Ranjeet kumar patre
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
थप्पड़ एक किसान का खाकर
थप्पड़ एक किसान का खाकर
Dhirendra Singh
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
Rejaul Karim
रास्ते
रास्ते
Ritu Asooja
आंख मेरी ही
आंख मेरी ही
Dr fauzia Naseem shad
नरसिंह अवतार विष्णु जी
नरसिंह अवतार विष्णु जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये ईश्वर की दया-दृष्टि ही तो है
ये ईश्वर की दया-दृष्टि ही तो है
Ajit Kumar "Karn"
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
Poonam Matia
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
तुम कहो तो कुछ लिखूं!
विकास सैनी The Poet
गरीब–किसान
गरीब–किसान
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
कवि दीपक बवेजा
करे मतदान
करे मतदान
Pratibha Pandey
ये मौन है तेरा या दस्तक है तुफान से पहले का
ये मौन है तेरा या दस्तक है तुफान से पहले का
©️ दामिनी नारायण सिंह
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
साल भर पहले
साल भर पहले
ruby kumari
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धर्म
धर्म
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...