Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2019 · 1 min read

मैं और मुझे

मुझे जाना है कहीं दूर, इंसानों के जंगल में,
अभी हूं फलक पर, आसपास सितारे,
दो चक्के पर सवार तारते हुस्न को हमारे ।
उगता सूरज, ढलती शाम, कराहती रागिनी,
मरहम इश्क के लगाते पुराने चोट पर हमारे ।।

मैं कहता हूं मुझे जाना है कहीं दूर, नुमायश के बस्ती में, अभी हूं अंधेरे में, आसपास उजाले,
चकाचौंध जमाना,
इश्क बंद कहीं अंधेरे पुराने कमरे में, हैं लटक रहे ताले,
लगाना इश्क का बाजार है,
करने रंग उजाले, को है अब काले ।।

आशिकों की भीड़ होगी,
दीवानों की टोली होगी,
मोहब्बत की बोली होगी,
बिस्तर पर बिक रहे इश्क, भोली होगी ।।

दीवानों की मल्लिका होगी,
अत़्फ की लगी तालिका होगी,
चाहतों का सैलाब होगा,
उभरते यौवन को चखने खातिर, दिल ये बेताब होगा ।।

मुझे जीना है, किसी गहरे हकीकत के सपनों को,
जहां तेरी बंदगी होगी,
किसी और संग तेरे दिल्लगी होगी,
अफसाने झूठे फिर सरेआम होंगे,
तराने गाने को फिर हम गुमनाम होंगे,
साथ जीने मरने के तेरे झूठे पैगाम होंगे,
टूटेगा ख्वाब, जो बेशक मोहब्बत के अंजाम होंगे ।।

अनजान हूं, अपनों की बस्ती है,
एकल ठहरा यहां, साथ भी कहां सस्ती है,
महंगे हैं बोल यहां लोग ही फरेब हैं,
झूठा कौन, माटी के इंसां या इंसां के रब हैं ।।

– निखिल मिश्रा

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
1 Like · 230 Views
You may also like:
■ मुक्तक...
■ मुक्तक...
*Author प्रणय प्रभात*
बदला हुआ ज़माना है
बदला हुआ ज़माना है
Dr. Sunita Singh
स्वाद
स्वाद
Santosh Shrivastava
समय पर संकल्प करना...
समय पर संकल्प करना...
Manoj Kushwaha PS
यह सच आज मुझको मालूम हो पाया
यह सच आज मुझको मालूम हो पाया
gurudeenverma198
राम बनो!
राम बनो!
Suraj kushwaha
जीवन हमारा रैन बसेरा
जीवन हमारा रैन बसेरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
ruby kumari
नववर्ष
नववर्ष
Vijay kumar Pandey
बड़ा रोया हूं मैं तेरी जुदाई में।
बड़ा रोया हूं मैं तेरी जुदाई में।
Taj Mohammad
मां शेरावाली
मां शेरावाली
Seema 'Tu hai na'
जब जब ……
जब जब ……
Rekha Drolia
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे चलना सिखाया
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे...
Shakil Alam
अजान
अजान
Satish Srijan
*पिंजरे में कैद हो गया बबलू (बाल कथा )*
*पिंजरे में कैद हो गया बबलू (बाल कथा )*
Ravi Prakash
मजबूर हूँ मज़दूर हूँ..
मजबूर हूँ मज़दूर हूँ..
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
समय से पहले
समय से पहले
अंजनीत निज्जर
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
Kavita Chouhan
💐💐आजा तेरी लिमिट बढ़ा दूँ💐💐
💐💐आजा तेरी लिमिट बढ़ा दूँ💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Writing Challenge- क्षमा (Forgiveness)
Writing Challenge- क्षमा (Forgiveness)
Sahityapedia
जय माता की
जय माता की
Pooja Singh
..सुप्रभात
..सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
बाल कहानी- चतुर और स्वार्थी लोमड़ी
बाल कहानी- चतुर और स्वार्थी लोमड़ी
SHAMA PARVEEN
पंचशील गीत
पंचशील गीत
Buddha Prakash
"जाति"
Dr. Kishan tandon kranti
फूलन देवी
फूलन देवी
Shekhar Chandra Mitra
परखने पर मिलेगी खामियां
परखने पर मिलेगी खामियां
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तुलसी गीत
तुलसी गीत
Shiva Awasthi
जीवन तब विराम पाता है
जीवन तब विराम पाता है
Dr fauzia Naseem shad
दूर क्षितिज के पार
दूर क्षितिज के पार
लक्ष्मी सिंह
Loading...