मैंने रोक रखा है चांद

मैंने चांद रोक कर रखा है ,तुम आ जाओ।
बहाने झूठे मत बनाओ ,बस तुम आ जाओ।
शीतल सुहानी रात , उमड़े है कुछ जज्बात
अब दिल की कहने बात , तुम आ जाओ।
चांदनी बिखरी हुई है, रास्ता मुश्किल नहीं
अच्छे भी है हालात,तुम आ जाओ।
दो बातें कर ले साथ, कोई न बिगाड़ें बात
देना है दिल सौगात,तुम आ जाओ।
सुरिंदर कौर