Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2022 · 1 min read

मेहनत से लकीरों को गढ़ता रहा

मेहनत से लकीरों को गढ़ता रहा,
रातों को भी दिन सा करता रहा,
सब कुछ भुला दिया इस पथ पर चलते चलते,
मुकद्दर ही रूठा होगा वर्ना,
फर्ज तो अपना पूरा करता रहा।

@ कुमार दीपक “मणि”

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 330 Views
You may also like:
नुकसान फायदे
नुकसान फायदे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
■ बसंत पंचमी
■ बसंत पंचमी
*Author प्रणय प्रभात*
The steps of our life is like a cup of tea ,
The steps of our life is like a cup of...
Sakshi Tripathi
ਦਿਲ  ਦੇ ਦਰਵਾਜੇ ਤੇ ਫਿਰ  ਦੇ ਰਿਹਾ ਦਸਤਕ ਕੋਈ ।
ਦਿਲ ਦੇ ਦਰਵਾਜੇ ਤੇ ਫਿਰ ਦੇ ਰਿਹਾ ਦਸਤਕ ਕੋਈ ।
Surinder blackpen
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
अनिल अहिरवार"अबीर"
कितना ठंडा है नदी का पानी लेकिन
कितना ठंडा है नदी का पानी लेकिन
कवि दीपक बवेजा
#सुप्रभात
#सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती,
वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती,
डी. के. निवातिया
The Earth Moves
The Earth Moves
Buddha Prakash
आदमी को आदमी से
आदमी को आदमी से
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
गज़ल
गज़ल
जगदीश शर्मा सहज
नव दीपोत्सव कामना
नव दीपोत्सव कामना
Shyam Sundar Subramanian
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
जमीन की भूख
जमीन की भूख
Rajesh Rajesh
नफ़रत की फ़सल
नफ़रत की फ़सल
Shekhar Chandra Mitra
🙏माँ कूष्मांडा🙏
🙏माँ कूष्मांडा🙏
पंकज कुमार कर्ण
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
Shivkumar Bilagrami
दिव्यांग भविष्य की नींव
दिव्यांग भविष्य की नींव
Rashmi Sanjay
आनी इक दिन मौत है।
आनी इक दिन मौत है।
Taj Mohammad
"BETTER COMPANY"
DrLakshman Jha Parimal
यह सच आज मुझको मालूम हो पाया
यह सच आज मुझको मालूम हो पाया
gurudeenverma198
अपना मुकदमा
अपना मुकदमा
Yash Tanha Shayar Hu
*तीली बोली फुस्स* (बाल कविता)
*तीली बोली फुस्स* (बाल कविता)
Ravi Prakash
भ्रष्ट नेताजी
भ्रष्ट नेताजी
Aditya Raj
मैंने तो ख़ामोश रहने
मैंने तो ख़ामोश रहने
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज़िंदगी एक बार मिलती है
ज़िंदगी एक बार मिलती है
Dr fauzia Naseem shad
तुम्हें आती नहीं क्या याद की  हिचकी..!
तुम्हें आती नहीं क्या याद की हिचकी..!
Ranjana Verma
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come...
Manisha Manjari
একটি চিঠির খসড়া
একটি চিঠির খসড়া
Sakhawat Jisan
💐अज्ञात के प्रति-138💐
💐अज्ञात के प्रति-138💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...