Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2021 · 1 min read

मेरै देश की कश्ती

न जाने क्यों थम गई
मेरे देश की कश्ती ।

हँसता खेलता प्यारा बच्चा क्या जाने क्या करे
डर है कोई अन्जान और अज्ञात सा मन में
माँ के मना करने पर पैर थम जाते है उसके
कलमुँहे की नजर लगी, दादी माँ कहा करती
क्योंकि देश मेरा सोन चिड़िया बड़ी हस्ती ।

न जाने क्यों थम गई है
मेरे देश की कश्ती ।

चारों ओर सन्नाटा पसरा , मन मेरा डरता
एक मीटर ने और बड़ा फासला कर दिया
प्रेम मौन भरे स्वर में चीत्कार कर कुछ कहने लगे
कहीं हाथ जोड़ , कहीं फटकार और दिखाये आँखे
लाँकडाउन हो गया है मजबूरी सरकार की सख्ती

न जाने क्यों थम गई है
मेरे देश की चलती कश्ती

जहाँ मोदी सा कर्मठ योगी सा युग परिवर्तन कर्ता हो
गाँधी, नेहरू , दयानन्द , विवेकानन्द से युग सृष्टा हो
तूफान हो या सुनामी कोई आपदा या कहर हो
जननी, जन्मभूमि स्वर्गादपि गरीयसी गौरव गान हो
बस कहूँ यही कि कार्रवाई दुश्मन पर न हो सस्ती

न जाने क्यों थम गई है
मेरे देश की चलती कश्ती

Language: Hindi
Tag: कविता
77 Likes · 1 Comment · 414 Views

Books from DR.MDHU TRIVEDI

You may also like:
*देखो दशहरा आया (मुक्तक)*
*देखो दशहरा आया (मुक्तक)*
Ravi Prakash
"हरी सब्जी या सुखी सब्जी"
Dr Meenu Poonia
ग़ज़ल- मेरे दिल की चाहतों ने
ग़ज़ल- मेरे दिल की चाहतों ने
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
عجیب دور حقیقت کو خواب لکھنے لگے۔
عجیب دور حقیقت کو خواب لکھنے لگے۔
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
★ जो मज़ा तेरी कातिल नजरों के नजारों में है। ★
★ जो मज़ा तेरी कातिल नजरों के नजारों में है।...
★ IPS KAMAL THAKUR ★
ज़िंदगी तज्रुबा वो देती है
ज़िंदगी तज्रुबा वो देती है
Dr fauzia Naseem shad
आई होली झूम के
आई होली झूम के
जगदीश लववंशी
स्लोगन
स्लोगन
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
रंगों  में   यूँ  प्रेम   को   ऐसे   डालो   यार ।
रंगों में यूँ प्रेम को ऐसे डालो यार ।
Vijay kumar Pandey
प्रलय गीत
प्रलय गीत
मनोज कर्ण
दिल को खुशी
दिल को खुशी
shabina. Naaz
■ आलेख / दारुण विडम्बना
■ आलेख / दारुण विडम्बना
*Author प्रणय प्रभात*
तुम्हें आती नहीं क्या याद की  हिचकी..!
तुम्हें आती नहीं क्या याद की हिचकी..!
Ranjana Verma
बनारस की गलियों की शाम हो तुम।
बनारस की गलियों की शाम हो तुम।
Gouri tiwari
तुम्हारे सिवा भी बहुत है
तुम्हारे सिवा भी बहुत है
gurudeenverma198
एक वीरांगना का अन्त !
एक वीरांगना का अन्त !
Prabhudayal Raniwal
एक पाती पितरों के नाम
एक पाती पितरों के नाम
Ram Krishan Rastogi
"शाश्वत"
Dr. Kishan tandon kranti
हिजाब विरोधी आंदोलन
हिजाब विरोधी आंदोलन
Shekhar Chandra Mitra
हुनर में आ जाए तो जिंदगी बदल सकता है वो,
हुनर में आ जाए तो जिंदगी बदल सकता है वो,
कवि दीपक बवेजा
सफल इंसान की खूबियां
सफल इंसान की खूबियां
Pratibha Kumari
गर्दिश -ए- दौराँ
गर्दिश -ए- दौराँ
Shyam Sundar Subramanian
✍️अरमानों की फरमाईश कर बैठे
✍️अरमानों की फरमाईश कर बैठे
'अशांत' शेखर
क्यूं कर हुई हमें मुहब्बत , हमें नहीं मालूम
क्यूं कर हुई हमें मुहब्बत , हमें नहीं मालूम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करना 🇮🇳
🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करना 🇮🇳
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रिश्ते-नाते
रिश्ते-नाते
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
गुजरते हुए उस गली से
गुजरते हुए उस गली से
Surinder blackpen
असर-ए-इश्क़ कुछ यूँ है सनम,
असर-ए-इश्क़ कुछ यूँ है सनम,
Amber Srivastava
ऐ पड़ोसी सोच
ऐ पड़ोसी सोच
Satish Srijan
Loading...