मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको

मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको।
मेरी तरहां कौन इतना, मनायेगा तुमको।।
मेरे सिवा कौन इतना———————।।
तुमको नहीं पसंद तो, हम प्यार नहीं करेंगे।
किसी को भी चाहो तुम, मना नहीं करेंगे।।
मेरी तरहां कौन इतना, सजायेगा तुमको।
मेरे सिवा कौन इतना———————।।
मोहब्बत का बाग किसने,लगाया है तेरे दिल में।
लहू का दीपक किसने, जलाया है तेरे दिल में।।
फूलों से कौन इतना, महकायेगा तुमको।
मेरे सिवा कौन इतना———————–।।
तुमको बनाकर ख्वाब अपना,खुशी दी किसने।
दुनिया के जुल्म तुम्हारे लिए, इतने सहे किसने।।
नूर जिंदगी का कौन, बनायेगा तुमको।
मेरे सिवा कौन इतना———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)